नर्मदा गौ कुंभ का अद्वितीय शुभ शुभारंभ आज

बहुप्रतीक्षित नर्मदा गौ कुंभ संत समागम के शुभारंभ की शुभ घड़ी अंतत: आ गयी। सोमवार को विराट पेशवाई के आयोजन से कुंभ का प्रारंभ होगा। गीताधाम आश्रम (ग्वारीघाट) के सामने विशाल कुंभ परिसर में अगले नौ दिनों तक संस्कारधानी में लोककल्याण के लिये धार्मिक आयोजन होंगे और संतजन श्रद्धालुओं को अपनी वाणी से कृतार्थ करेंगे। कुंभ के दौरान जनप्रतिनिधिगण एवं विशिष्ट क्षेत्रों की विभूतियां भी पवित्र क्षेत्र में आकर जनकल्याण के महाआयोजन में शामिल होकर स्वयं को धन्य करेंगे।
मप्र सरकार के वित्त मंत्री तरुण भनोत की अगुवाई में नगर निगम, जिला प्रशासन एवं स्मार्ट सिटी द्वारा कुंभ की सभी तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा चुका है।आयोजन के संरक्षक डॉ.स्वामी श्यामदेवाचार्य हैं एवं संयोजन की जिम्मेदारी डॉ.स्वामी नरसिंहदास महाराज संभाल रहे हैं। मुख्य यजमान की भूमिका गौरव भनोत निभायेंगे।
अद्भुत होगा पेशवाई का नजारा
नर्मदा कुंभ की पेशवाई का शुभारंभ दोपहर 2 बजे नरसिंह मंदिर परिसर से होगा। पेशवाई गोरखपुर से रामपुर होते हुये आयोजन स्थल पर संपन्न होगी। पेशवाई की अध्यक्षता वित्त मंत्री तरुण भनोत करेंगे। मुख्य यजमान गौरव भनोत के साथ आयोजन के संरक्षक संस्थापक जगद्गुरु डॉ. स्वामी श्यामदेवाचार्य महाराज, संयोजक डॉ. स्वामी नरसिंहदास महाराज सहित वृहद संत समाज की उपस्थिति रहेगी। पेशवाई में घोड़े, ऊंट, हाथी, बैंड दल, भील डांस, ढोल,पालकी, डमरू, संदेश यात्रा, शिव बारात, बग्घी और साधु-संतों के अखाड़े एवं निशान भी मौजूद रहेंगे। ये सभी पेशवाई मार्ग पर अपने कला-कौशल का प्रदर्शन करेंगे।
क्या है पेशवाई का अर्थ
कुंभ की दृष्टि से पेशवाई का अर्थ अलग है। यहां पेशवाई को प्रस्तुति से जोड़ा गया है। पेशवाई के मायने हैं कि आयोजकों द्वारा संतों को आयोजन के लिये पेश किया जाना। अन्य कुंभों में अलग-अलग अखाड़ों की पेशवाई भी अलग होती है, परंतु नर्मदा कुंभ में संयुक्त पेशवाई होगी।
सुप्रसिद्ध गायक कैलाश खेर आयेंगे
मां रेवा के तट पर नर्मदा कुंभ के विशिष्ट आयोजन में देश भर के विविध विधाओं में पारंगत कलाकार भी हाजिरी लगायेंगे और अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे। कुंभ में ख्यात गायक कैलाश खेर सहित अन्य कलाकार शिरकत करेंगे। जबलपुर टूरिज्म प्रमोशन काउंसिल के अनुसार, आयोजन में आदिवासी लोक नृत्य, इंडियन ओसन बैंड, मनीष अग्रवाल, श्रीमति भैरवी विश्वरूप, मनीष चंचल, मोहनी मोघे, शालिनी खरे, मेघा पाण्डे, राजेश कपूर, ममता कुमारी , शहनाज अख्तर, संजू बघेल, मालिनी अवस्थी, उपासना उपाध्याय, मोती शिवहरे, ऋचा शर्मा, नीलांगी कलन्तरे, शैली धोपे एवं हंसराज राघुवंशी ने नर्मदा कुंभ में आने की सहमति प्रदान कर दी है।
संस्कारधानी को इन संतों का मिलेगा आशीर्वाद
नर्मदा कुंभ में पूज्य बाबा कल्याणदास महाराज,अमरकंटक, आचार्य महामण्डलेश्वर जूनापीठाधीश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी महाराज जूना अखाड़ा, जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज, चित्रकूट, आचार्य महामण्डलेश्वर निर्मलपीठाधीश्वर स्वामी ज्ञानदेव जी महाराज, निर्मल अखाड़ा हरिद्वार, डाकोर गद्याचार्य माधवाचार्य महाराज डाकोर, खालसा परिषद, बंबई, दण्डी स्वामी सदानंद सरस्वती जी महाराज शंकराचार्य स्वरूपानंद के उत्तराधिकारी हरिद्वार, जगद्गुरु मलूकपीठाधीश्वर राजेन्द्रदास जी महाराज वृन्दावन, पूज्य गीतामनीषी ज्ञानानंद जी महाराज वृन्दावन, पूज्य चैतन्यपुरी महाराज कामा, जगद्गुरु अनंतानंद द्वाराचार्य….
डॉ. स्वामी रामकमल दास वेदान्ती जी महाराज, जगद्गुरु रामानंदाचार्य मावली सरकार महाराष्ट्र, रुकमणी पीठाधीश्वर महाराज, जगद्गुरु रामानुजाचार्य, स्वामी घनश्यामाचार्य प्रयाग, कैवल्यपीठाधीश्वर अविचलदास महाराज गुजरात, महामण्डलेश्वर चिदानंदमुनि महाराज, परमार्थ निकेतन, ऋषिकेश, पूज्य स्वामी षणमुखानंद पुरी महाराज हीरापुर,नरसिंहपुर, पूज्य महामण्डलेश्वर स्वामी अभिरामदास,ऋषिकेश, महामण्डलेश्वर शांतिस्वरूपाचार्य महाराज उज्जैन, जगद्गुरु निम्बाकार्चार्य महाराज, राजस्थान, जगद्गुरु रामानंदाचार्य, स्वामी रामवल्लभाचार्य अयोध्या, जगद्गुरु रामानंदाचार्य स्वामी रामललाचार्य सतना, दिगंबर पीठाधीश्वर महंत सुरेशदास महाराज अयोध्या, महामण्डलेश्वर स्वामी प्रणवानंद महाराज ओंकारेश्वर….
महामण्डलेश्वर स्वामी कमलनयनदास, उत्तराधिकारी मणिराम छावनी,अयोध्या, महामण्डलेश्वर स्वामी हरिचेतनानंद महाराज हरिद्वार, महामंडलेश्वर भरतदास महाराज,अयोध्या, जगद्गुरु रेवाशापीठाधीश्वर राघवाचार्य महाराज, राजस्थान, महामंडलेश्वर महंत कौशलकिशोरदास महाराज अयोध्या, महामण्डलेश्वर अर्जुनपुरी महाराज,हरिद्वार, महामंडलेश्वर कनकेश्वरी देवी इंदौर,गुजरात, जगद्गुरु रामानुजाचार्य जगन्नाथपुरी उड़ीसा, महामण्डलेश्वर गोविंददेवगिरी महाराज, पूना, जगद्गुरु द्वाराचार्य महाराज, बिहार, जगद्गुरु शंकराचार्य भानुपुरापीठ मध्यप्रदेश, जगद्गुरु विशेषप्रपन्नाचार्य महाराज, वृन्दावन, जगद्गुरु रामानंदाचार्य महाराज प्रयागराज….
पूज्य महामंडलेश्वर विन्दुगादाचार्य महाराज,अयोध्या, महामण्डलेश्वर रामबालकदास महाराज छत्तीसगढ़, महामण्डलेश्वर रामानंददास महाराज, अयोध्या, शांति बापू महाराज, गुजरात, जगद्गुरु द्वाराचार्य राजस्थान, ब्रम्हचारी महाराज बपौली, रायसेन, पूज्य लक्ष्मकीलाधीश महाराज अयोध्या, पूज्य देवरहाहंस बाबा महाराज उत्तर प्रदेश, महामण्डलेश्वर राजकुमारदास महाराज, बनारस, पूज्य कृष्णानंद महाराज, पंजाब, महामण्डलेश्वर संतोषदास सतुआबाबा, बनारस, महामण्डलेश्वर अवधेशदास महाराज ,अयोध्या, महामण्डलेश्वर सीताराम त्यागी महाराज,अयोध्या, महामण्डलेश्वर देववप्पा महाराज ,नासिक, महामण्डलेश्वर दामोदरदास महाराज, ललितपुर, महामण्डलेश्वर जगत्राम दास महाराज, चित्रकूट, महामण्डलेश्वर भूषणदास महाराज,प्रयाग….
गोपालमणि महाराज उत्तराखण्ड,आचार्य जयराम महाराज, मैहर, महामण्डलेश्वर राजकुमारदास महाराज, अयोध्या, महामण्डलेश्वर पुरुषोत्तमदास महाराज शिवपुरी, महामण्डलेश्वर केशवदास महाराज,सरदारनगर, महामण्डलेश्वर सरयूदास महाराज, राजस्थान, स्वामी मदनमोहनदास महाराज, चित्रकूट, स्वामी हिटलर बाबा महाराज, बनारस, स्वामी सीतारामदास महाराज, उत्तराखण्ड, स्वामी सांईदास महाराज, जबलपुर, महामण्डलेश्वर प्रज्ञानंद महाराज दिल्ली, महामण्डलेश्वर अखिलेश्वरानंद महाराज, जबलपुर, स्वामी गिरीशानंद महाराज,जबलपुर, दण्डीस्वामी कालिकानंद महाराज, जबलपुर, महंत गंगादास महाराज, जबलपुर, जगद्गुरु राघवदेवाचार्य महाराज,जबलपुर, महंत विश्वनाथपुरी महाराज, जबलपुर, स्वामी चैतन्यानंद महाराज, जबलपुर, ज्ञानेश्वरी देवी, जबलपुर, महामण्डलेश्वर ब्रजकिशोरदास महाराज, जबलपुर, महंत जलीबाबा महाराज, जबलपुर, एवं महंत गोविंदादास महाराज, सिहोरा आदि संतों का आगमन होगा।
इन संस्थाओं ने दिया सहयोग
नर्मदा कुंभ संत समागम में नरसिंहमंदिर, गीताधाम, जबलपुर साधु मंडल, सनातन कृष्ण मंदिर गोरखपुर, श्रीराम मंदिर मदन महल, सनातन कृष्ण मंदिर छोटी ओमती, गुप्तेश्वर महादेव ट्रस्ट, भोलेकुटी सेवक मंडल, श्रीरामलीला समिति गढ़ा, गोविंदगंज, गोपाललाल जी मंदिर हनुमानताल, बम्हर्षि मिशन, कालीधाम भटौली, ग्वारीघाट पुरोहित मंडल, साकेतधाम परिवार, झूलेलाल मंदिर भरतीपुर, गोपाल मंदिर घमापुर, कल्याणिका परिवार, जगदीश मंदिर गढ़ाफाटक, यादव महासभा, समन्वय परिवार, गायत्री शक्तिपीठ दमोहनाका, नगर पंडित सभा, संकटमोचन मंदिर गढ़ा, बजरंगमठ सूपाताल, अषाढ़ी कार्तिकी वारी महामंडल आदि संस्थाएं सहयोग कर रही हैं।
हर दिन प्रकट होगा नया उत्सव
श्री मां नर्मदा गौ-कुंभ संत समागम 2020 का आयोजन 24 फरवरी 2020 से 3 मार्च 2020 तक गीताधाम, ग्वारीघाट परिसर में आयोजित किया जायेगा। श्रृद्धा,भक्ति, आस्था, उल्लास, उत्साह, सेवा और समर्पण से ओतप्रोत गौ कुंभ के नौ दिन अपने आप में अद्भुत होंगे। इन नौ दिनों में हर तरफ दिव्यता प्रकट होगी। प्रथम दिन 24 फरवरी को संतों की पेशवाई का कार्यक्रम होगा। दोपहर2 बजे से श्री नरसिंह मंदिर से गीताधाम तक कार्यक्रम का विस्तार दिखाई देगा। 25 फरवरी को अपरान्ह 2 बजे से उमाघाट से कार्यक्रम स्थल तक विभिन्न चरणों में मां नर्मदा पूजन, कन्या पूजन एवं कलश यात्रा संपन्न होगी।
तृतीय दिवस 26 जनवरी से 3 मार्च तक प्रतिदिन सुबह 8 बजे से 12 बजे तक श्री नर्मदा महायज्ञ, महारुद्र यज्ञ एवं गोपुष्टि महायज्ञ के कार्यक्रम संपन्न होंगे। पूर्वान्ह् 11.30 बजे से 3 बजे तक श्रीमद् भागवत कथा प्रवक्ता आचार्य इंद्रेश उपाध्याय श्रीमद् भागवत कथा पर प्रवचन देंगे। प्रतिदिन पूर्वान्ह् 3 बजे से सायं 7 बजे तक संत समागम होगा। सायं 7 बजे से रात्रि 8 बजे तक महाआरती होगी। सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रतिदिन दो चरणों में संपन्न होंगे। प्रात: 9 बजे से अपरान्ह् 11 बजे तक एवं रात्रि 8 बजे से रात्रि 11 बजे तक। आयोजन के अंतिम पड़ाव 3 मार्च को प्रात: 8बजे से रात्रि 8.30 बजे तक भगवान योगेश्वर पाटोत्सव, पूजन, महाआरती एवं छप्पन भोग के कार्यक्रम संपन्न होंगे। प्रात:9.30 बजे से 11.30 बजे तक संतों का शाही स्नान एवं दोपहर 12 से 1 बजे के बीच महायज्ञ की पूर्णाहूति होगी।
हर सुविधा सहज उपलब्ध होगी
नर्मदा कुंभ में श्रद्धालुओं की सुविधाओं पर विशेष फोकस किया गया है। वित्त मंत्री श्री भनोत के दिशा-निर्देशन में जिला प्रशासन, नगर निगम एवं स्मार्ट सिटी के अमले ने कोई कसर नहीं छोड़ी है। नर्मदा कुंभ में प्रसाधनों(टॉयलेट्स)का इंतजाम अत्याधुनिक ढंग से किया गया है। प्रसाधनों का इंतजाम पूरे कुंभ क्षेत्र में किया गया है, जिससे आम लोगों को परेशानी न हो। ये प्रसाधन बुजुर्गों के लिये बहुत ही सुविधाजनक हैं।
कैमरों से की जायेगी निगरानी
नर्मदा गौ कुंभ में 100 से ज्यादा कैमरे तैनात किये गये हैं, जिनकी टेस्टिंग भी आज की गयी है। रेतनाके से लेकर भटौली तक लगे ये सीसीटीवी चप्पे-चप्पे पर नजर रखेंगे और अप्रिय घटनाओं की रोकथाम में कारगर साबित होंगे।
- पेयजल का इंतजाम को पुख्ता करने के लिये पांच हजार लीटर क्षमता वाली 28 टंकियां कुंभ क्षेत्र में रखी गयी हैं,जिससे लोगों को पानी की कमी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
- कुंभ क्षेत्र में कुर्सियों भी रखी गयी हैं, जिससे श्रद्धालुजन बैठकर कुंभ की गतिविधियां देख सकेंगे।
- कंट्रोल रूम बनाया गया है। किसी भी तरह की परेशानी होने पर यहां बैठे अधिकारियों से संपर्क किया जा सकता है।
व्यवस्थाओं में कमी न हो -कलेक्टर
आज दोपहर कलेक्टर भरत यादव ने कुंभ क्षेत्र की व्यवस्थाओं का गहन निरीक्षण किया। उन्होंने साधु-संतों और आम श्रद्धालुओं के लिये किये गये इंतजामों का जायजा लिया। इस मौके पर मौजूद नगर निगम एवं जिला प्रशासन के अधिकारियों को श्री यादव ने निर्देश दिये कि नर्मदा कुंभ में आने वाले लोगों को किसी भी तरह की परेशानियां नहीं होनी चाहिये, सारी व्यवस्थायें चाक-चौबंद रहें। श्री यादव ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर खास सतर्कता बरतने के निर्देश दिये।