सांसदों के व्यवहार से बेहद नाराज हैं ओम बिड़ला

नई दिल्ली
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला सदन में विपक्षी सांसदों के व्यवहार से बेहद नाराज हैं। अपने चैंबर में रहते हुए भी सदन में नहीं पहुंचना इस बात की गवाही है। गुरुवार को जब कांग्रेस के सात सांसदों पर कार्रवाई हुई तो उसके बाद माना जा रहा था कि ओम बिड़ला शुक्रवार को सदन पहुंचेंगे और कार्यवाही का संचालन करेंगे, लेकिन वह आज भी सदन नहीं पहुंचे। उनकी जगह किरीट पी सोलंकी ने संचालन किया।
वह लगातार तीसरे दिन संसद की कार्यवाही से दूरी बनाए हुए हैं। शुक्रवार को जब कार्यवाही शुरू हुई तो सांसदों के निलंबन पर कांग्रेस ने हंगामा किया, जिसके कारण कार्यवाही को स्थगित कर दिया गया। ये लगातार तीसरा दिन है जब ओम बिड़ला ने सदन की कार्यवाही का संचालन नहीं किया। इससे पहले बुधवार और गुरुवार को भी वह सदन नहीं पहुंचे और अपने चैंबर में ही रहे। बजट सत्र के दूसरे चरण की कार्यवाही अब तक हंगामेदार ही रही है। पक्ष ने दिल्ली हिंसा पर चर्चा की मांग को लेकर लोकसभा और राज्यसभा में जमकर हंगामा किया. कांग्रेस की मांग है कि सरकार दिल्ली हिंसा पर अभी चर्चा करे, लेकिन सरकार होली के बाद चर्चा चाहती है।
सरकार घोषणा कर चुकी है कि 11 मार्च को लोकसभा और 12 मार्च को राज्यसभा में दिल्ली हिंसा पर चर्चा होगी। कांग्रेस सांसद इसके अलावा गृह मंत्री अमित शाह के इस्तीफे की भी मांग कर रहे हैं। लोकसभा में प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस के कई सांसद मर्यादा भूलकर वेल तक भी पहुंच चुके हैं। इतना ही नहीं सांसदों ने सभापति पर कागज तक भी उछाले जिसका खामियाजा कांग्रेस को उठाना पड़ा। गुरुवार को कांग्रेस के सात सांसदों को पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया। ओम बिड़ला मंगलवार शाम सदन में हुई घटना से व्यथित हैं।
मंगलवार को एक महिला सांसद के साथ धक्का-मुक्की हुई थी. मंगलवार को कार्यवाही से पहले स्पीकर ने सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। सभी पार्टियों के नेताओं की बैठक में तय हुआ था कि सांसद एक-दूसरे की तरफ नहीं जाएंगे। संसद के बजट सत्र का दूसरा चरण अब तक हंगामेदार रहा है।
विपक्ष के सांसद दिल्ली हिंसा को लेकर सरकार को घेर रहे हैं। सांसदों के हंगामे पर लोकसभा स्पीकर चेतावनी भी दे चुके हैं। स्पीकर ने मंगलवार को सांसदों को वेल में नहीं आने की चेतावनी दी, साथ ही उन्होंने कहा कि अगर वे ऐसा करते हैं तो उन्हें पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया जाएगा. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि वे सांसदों को सदन में प्लेकार्ड और पोस्टर नहीं लाने देंगे।