कोरोना का खौफ जेब पर भी भारी

दिल्ली के राजौरी गार्डन निवासी 55 वर्षीय जसविंदर सिंह कोरोना वायरस की चपेट में आने के बाद होम आइसोलेशन में रहने की सलाह दी गई। जसविंदर कोविड संक्रमित होने के साथ साथ हल्के लक्षणों से ग्रस्त थे। इसके चलते उन्हें काफी तनाव भी होने लगा। बंद कमरे में चार से पांच दिन तक अकेले रहने और दिन भर इंटरनेट चलाने के दौरान उन्हें एक प्राइवेट अस्पताल की होम केयर सुविधा का पता चला। इसके बाद उन्होंने 10 दिन तक 50 हजार रुपये खर्च कर सुविधा ली। इस दौरान हर तीसरे दिन उन्हें ब्लड जांच, सीटी स्कैन इत्यादि कराने पड़े।
गौर करने वाली बात है कि जसविंदर के बिल में एक-एक ब्लड जांच की कीमत बाजार की तुलना में आठ गुना अधिक वसूली गई।रोहिणी, पंजाबी बाग, तिलक नगर, मालवीय नगर, साकेत, छतरपुर स्थित कई इलाकों में लोग इनदिनों होम केयर सेवा ले रहे हैं। दिल्ली में लगभग सभी बड़े प्राइवेट अस्पतालकोरोना संक्रमित मरीजों को होम केयर सुविधा दे रहे हैं जिसकी मौजूदा कीमतें काफी ज्यादा हैं। इनमें मैक्स, अपोलो, फोर्टिस,मेदांता, अपोलो भी शामिल हैं।
इन पर सरकार की ओर से भी कोई नियंत्रण नहीं है। यह स्थिति तब है जब दिल्ली के सरकारी अस्पताल के डॉक्टर और आईसीएमआर के वैज्ञानिक कोरोना संक्रमण के हल्के या बिना लक्षण वाले मरीजों को सिर्फ आइसोलेशन पर ही जोर देने की सलाह दे रहे हैं।