हमें किसी भी व्यक्ति या पार्टी से देशप्रेम सीखने की जरूरत नहीं: सीएम ममता

स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बिना नाम लिए हुए एक बार फिर केंद्र की मोदी सरकार पर हमला किया और कहा कि हमें किसी भी व्यक्ति या पार्टी से देशप्रेम सीखने की जरूरत नहीं है। वहीं, उन्होंने कहा कि कश्मीर के लोग इस स्वतंत्रता दिवस बहुत दुखी हैं। मैं उनसे कहूंगी ठंडे दिमाग से काम लें। ये जो आप देख रहे हैं जरूरी नहीं यही आपका भविष्य हो। भविष्य में शांति भी हो सकती है। जिस दिन अनुच्छेद-370 हटाया गया उसके एक दिन पहले एक मुख्यमंत्री ने मुझे फोन कर कहा था कि हमें बहुत डर लग रहा है। आप हमारे साथ रहेंगे ना? यह कहते हुए मेरे रोंगटे खड़े हैं कि हम उनके साथ वैसे खड़े नहीं हो पाए जैसे होना चाहिए था। किसी राजनीतिक दल या नेता का नाम लिए बिना कहा, कुछ लोग कहते हैं कि 70 साल में देश में किसी तरह का विकास नहीं हुआ। ऐसे लोगों को पता होना चाहिए कि जब देश आजाद हुआ था तो हम एक आलपिन भी नहीं बना सकते थे। आज हम काफी कुछ देश में ही बना रहे हैं। ये तरक्की आज के नेताओं या सरकारों की वजह से नहीं हुई है। ये पिछले 70 साल के काम का ही नतीजा है। ममता ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के दौर को याद करते हुए कहा कि जब राकेश शर्मा चांद पर गए थे तो उन्होंने पूछा, राकेश वहां से कैसा लग रहा तो उन्होंने कहा था, सारे जहां से अच्छा ¨हदोस्तां हमारा। वहीं, रेल मंत्री के तौर पर अपने कार्यकाल का जिक्त्र करते हुए कहा कि मैंने 2009 में रेल मंत्री रहते यहां मेट्रो का काम कर दिया था, जो आज तक अटका पड़ा है। आजकल मेट्रो में सफर करना जोखिम भरा हो गया है। लोगों का हाथ दरवाजों में अटक जा रहा है। मेंटेनेंस नहीं होने के कारण मेट्रो की ऐसी हालत हो गई है। कोलकाता के माजेरहाट में ब्रिज का काम अब तक अटका है। इसे पूरा कराने के लिए एक परमिशन की दरकार है, लेकिन केंद्र सरकार की ओर से मंजूरी नहीं मिल रही है। इससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।