CAA: दरियागंज हिंसा के मामले में पुलिसने 10 लोगों को किया गिरफ्तार

दिल्ली के दरियागंज में शुक्रवार शाम हुई हिंसा के मामले में 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन पर पुलिसकर्मियों को ड्यूटी निभाने से रोकने के लिए बल प्रयोग करने का आरोप लगाया गया है। आपको बता दें कि शुक्रवार को जामा मस्जिद के पास संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन चल रहा था। शाम तक प्रदर्शनकारी उग्र हो गए और पथराव के साथ एक वाहन को आग के हवाले कर दिया। इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई की और भीड़ को नियंत्रित किया। शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद जामा मस्जिद के बाहर बड़ी संख्या में लोग नागरिकता कानून का विरोध करने के लिए जमा हुए थे। यहां प्रदर्शन शांतिपूर्ण चल रहा था। दोपहर 2 बजे के आसपास भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर भी यहां पहुंच गए। वह संविधान की एक कॉपी लेकर यहां पहुंचे थे। मस्जिद से यह अपील की गई कि लोग जंतर-मंतर की तरफ न जाएं। शाम होते-होते माहौल बदल गया। पुलिस को भी आशंका थी कि इलाके में हिंसा हो सकती है। पुलिस ने कई जगह बैरिकेडिंग कर दी। 4 बजे के आसपास लोग दिल्ली गेट की तरफ बढ़ने लगे। तभी स्थानीय मस्जिद से मगरिब की नमाज के लिए लोगों को बुलाया गया। 6 बजे के आसपास प्रदर्शनकारियों ने पथराव किया और एक कार को आग के हवाले कर दिया। पुलिस ने यह भी बताया था कि इस हिंसा में दिल्ली के बाहर के लोग शामिल थे। पुलिस ने 10 लोगों की गिरफ्तारी की जानकारी दी। रविवार को जामिया मिल्लिया इस्लामिया में हुए हिंसक विरोध प्रदर्शन के बाद भी पुलिस ने 10 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। इसमें जामिया मिल्लिया के स्टूडेंट शामिल नहीं थे। भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद को शनिवार तड़के जामा मस्जिद के बाहर से हिरासत में ले लिया गया। संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ दिल्ली के जामा मस्जिद से जंतर-मंतर तक मार्च निकालने की घोषणा करने वाले भीम आर्मी के अध्यक्ष पुलिसकर्मियों को झांसा देकर मस्जिद के अंदर दाखिल हुए थे जबकि पुलिस उन्हें हिरासत में लेने के लिए उनकी घंटों तलाश करती रही।