आगरा में छिपे हैं हिंसा के आरोपी पीएफआई सदस्य

फिरोजाबाद, अलीगढ़ सहित उत्तर प्रदेश के कई जिलों में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध के दौरान हुई हिंसा के लिए जिम्मेदार बताए जा रहे संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के सदस्यों की आगरा में भी तलाश की जा रही है। अलीगढ़ से खुफिया जानकारी के अनुसार कुछ सदस्य आगरा में रिश्तेदारों के यहां शरण लिए हुए हैं। लोकल इंटेलिजेंस यूनिट को इनकी जानकारी जुटाने के लिए लगाया गया है। इनके छिपने के संभावित ठिकानों पर दबिश भी दी गई है। पीएफआई की गतिविधियों के लिए शासन ने आगरा जोन को खासतौर से अलर्ट किया। दरअसल, अलीगढ़ में इस संगठन के कई सदस्य बताए जाते हैं। इसका ताल्लुक स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट इन इंडिया (सिमी) से भी बताया जा रहा है।
सिमी की स्थापना अलीगढ़ में हुई थी। इन वजहों से आगरा के एडीजी जोन अजय आनंद ने सभी जिलों की पुलिस को अलर्ट किया है। इस पर पुलिस का खुफिया विभाग सक्रिय हो गया है। एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि पीएफआई के बारे में खुफिया जानकारी जुटाई जा रही है। सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दिया गया है कि इस संगठन के किसी भी सदस्य का पता लगने पर उसे हिरासत में ले लिया जाए। पिछले दिनों आगरा में कई तरह की अफवाहें फैली थीं। पुलिस की एक टीम इसकी जांच कर रही है कि अफवाहें फैलाने के पीछे पीएफआई का हाथ तो नहीं था? हालांकि पुलिस उन 50 लोगों को पहले ही चिन्हित कर चुकी है जिन्होंने नागरिकता कानून पर भड़काऊ बातें कीं। इन पर नजर रखी जा रही है।