हिंसा व पुलिसकर्मी की मौत के बाद उत्तर-पूर्वी जिले के 10 थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू

नई दिल्ही
नागरिकता संशोधन कानून और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर के विरोध और समर्थन में सोमवार को भी दिल्ली के विभिन्न इलाकों में प्रदर्शन जारी है। जाफराबाद रोड, भजनपुरा और मौजपुर में हिंसक प्रदर्शन के दौरान दो घरों में आग लगा दी और एक पेट्रोल पंप को फूंक डाला। हिंसा के चलते एक पुलिसकर्मी रतन लाल की मौत हो गई है, जबकि डीसीपी समेत कई अन्य घायल हैं। हिंसक प्रदर्शनों के चलते पुलिस ने उत्तर-पूर्वी जिले में धारा 144 लागू कर दी है।
उत्तर-पूर्वी जिले के दस थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया गया है। पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक ने अनिश्चितकाल के लिए कर्फ्यू लगाने का आदेश दिया है। पूर्वी दिल्ली के करावल नगर रोड स्थित शेरपुर चौक पर प्रदर्शनकरियों ने खान मेडिकल स्टोर व कपड़ों के शोरूम में आग लगा दी। सोमवार को दोपहर में वजीराबाद रोड पर अचानक प्रदर्शनकारी उग्र हो गए और उन्होंने कई गाड़ियों में आग लगा दी। हिंसक प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस को भी पीछे हटना पड़ा।
जाफराबाद रोड पर सड़क पर उतरकर उपद्रवियों ने फायरिंग कीं और सरेआम पिस्टल लहराई। इस दौरान पुलिस पूरी तरह बेबस दिखी। हिंसक प्रदर्शन में गोकलपुरी में तैनात कांस्टेबल रतनलाल की मौत हो गई। सोमवार सुबह से ही करावल नगर रोड स्थित शेरपुर चौक पर देर रात हिंसा में आगजनी के बाद लोगों की भीड़ जुटी हुई है और प्रदर्शन कर रहे हैं।
वहीं, डीसीपी उत्तर-पूर्व वेद प्रकाश सूर्या के मुताबिक, हम लोगों ने दोनों पक्षों से बातचीत की है, अब हालात सामान्य है। हम लगातार दोनों पक्षों से संपर्क में हैं। मौजपुर में हालात इस कदर खराब हो गए कि 50 मीटर की दूरी पर आमने-सामने नारेबाजी हुई और पुलिस के सामने तलवारें लहराई गईं। इतना ही नहीं उपद्रवियों ने पुलिस पर भी पथराव किया। मौजपुर में पत्थरबाजों ने एक दीवार तोड़ दी। 1992 में पहली बार यह दीवार टूटी थी, फिर 2007 में सीलिंग को रोकने के लिए इस दीवार को तोड़ा गया था। अब फिर से इस दीवार को तोड़ दिया गया।
मौजपुर में कुछ इलाकों में घरों से लोगों ने पत्थरबाजी की, जिससे कई घरों के शीशे टूटने की खबर है। बाबरपुर में दो गुटों के बीच रह-रहकर पत्थरबाजी होती रही। इसमें कई लोगों के घायल होने के खबर है। वहीं, हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े।