दिल्ली में सीएए को लेकर हिंसक प्रदर्शन जारी, अब तक 7 की मौत!!!

दिल्ली के जाफराबाद-मौजपुर के इलाकों में सोमवार को नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) का समर्थन करने वाले और विरोध करने वाले समूहों के बीच संघर्ष हुआ और प्रदर्शनकारियों ने कई घरों, दुकानों व वाहनों में आग लगा दी और एक-दूसरे पर पथराव किया था। इस हिंसक प्रदर्शन में एक पुलिस और 6 नागरिक समेत 7 लोगों की मौत हो गई।
इसके अलावा, हिंसा में अर्द्धसैनिक बल और दिल्ली पुलिसकर्मियों सहित कम से कम 50 लोग घायल हुए हैं। हिंसक प्रदर्शन को देखते हुए न सिर्फ कई मेट्रो के एग्जिट और एंट्री को बंद करना पड़ा, बल्कि सुरक्षाबलों की अतिरिक्त तैनाती की गई। मंगलवार को भी झड़प देखने को मिली।
हालांकि, दिल्ली के इस भयावह हालात को देखते हुए दिल्ली सरकार और केंद्रीय गृह मंत्रालय में बैठकों का दौर भी जारी है। सीएए और एनआरसी को लेकर उत्तर पूर्वी दिल्ली में हिंसक घटनाओं में मंगलवार तक मरने वालों की संख्या बढ़ कर सात हो गई है। मरने वाले में एक पुलिस कर्मी भी शामिल है। साथ ही इस हिंसक प्रदर्शन में दर्जनों वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया है। हिंसा प्रभावित इलाकों में पुलिस ने धारा 144 लगा दिया है।
दिल्ली में सीएए को लेकर हाल ही में हुई हिंसा के मामले में प्राथमिकी दर्ज कराने की मांग करते हुए पूर्व सीआईसी वजाहत हबीबुल्लाह, अन्य ने उच्चतम न्यायालय का रुख किया है। वहीं, भीम आर्मी ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर दिल्ली हिंसा के लिए कपिल मिश्रा को जिम्मेवार ठहराया है।
उत्तर पूर्वी दिल्ली में सोमवार को हुई हिंसा में तीन दमकल कर्मी घायल हो गए। विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि उन्हें हिंसा प्रभावित उत्तर पूर्वी दिल्ली से करीब 45 फोन किए गए थे। उन्होंने बताया कि सोमवार को फोन पर आगजनी की सूचना मिलने पर जब कर्मी मौके पर पहुंचे थे तो प्रदर्शकारियों ने दमकल की एक गाड़ी पर पथराव किया और अन्य को आग के हवाले कर दिया। उन्होंने बताया कि तीन दमकल कर्मी घायल हुए हैं।