दिल्ली में दंगे होते रहे केंद्र का कोई मंत्री सामने नहीं आया – गुलाम नबी आजाद

नई दिल्ली
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने दिल्ली में हुए दंगे के मुद्दे पर आज पत्रकारों से कहा कि केन्द्रीय सरकार कहती है कि लॉ एंड ऑर्डर स्टेट सब्जेक्ट है, लेकिन जहाँ तक दिल्ली का सवाल है यहाँ लॉ एंड ऑर्डर गवर्मेंट ऑफ इंडिय़ा के अधीन है। तीन दिन दंगे हुए, रात और दिन 24×7 तीन दिन दंगे होते रहे, केन्द्रीय सरकार के किसी मंत्री का ना कोई स्टेटमेंट देते देखा गया और ना ही कहीं पीड़ितों से मिलने गए।
जिसके कारण यहाँ कि पुलिस भी देखती रही। उसकी जो फुटेज आज दिखाई दे रही है तो रोंगटे खड़े हो जाते हैं कि क्या एडमिनिस्ट्रेशन ऐसी भी होती है कि ना तो केन्द्रीय सरकार कोई एक्शन लेती है और ना ही लोकल एडमिनिस्ट्रेशन कोई एक्शन लेता है, ना ही पुलिस, सब लोग तमाशा ही देखते थे। केन्द्रीय सरकार चाहती थी कि जितने मरे, मरने दो, जो जलता है जलने दो, कहीं फॉयर ब्रिगेड भेजने की कोई कोशिश नहीं की, फॉयर ब्रिगेड जहाँ जाना चाहती थी, पुलिस ने उन्हें अनुमति नहीं दी और कहा कि हम सिक्योरिटी भी नहीं देंगे।
भड़काऊ भाषण भी रुलिंग पार्टी के नेताओं ने ही दिए हैं, तो इसका मतलब है कि इन दंगो के पीछे केन्द्रीय सरकार खुद थी और इनकी पार्टी थी। एक अऩ्य प्रश्न पर कि आपकी मांग क्या है, आजाद ने कहा कि हम चाहते हैं कि जो कुछ भी हमें कहना है, वो सदन के अंदर कहेंगे। हमने आज नोटिस दिया है, सब विपक्षी पार्टियों ने, राज्यसभा के अंदर भी, लोकसभा के अंदर भी कि इस पर चर्चा होनी चाहिए, पूरे दिन चर्चा होनी चाहिए।
तमाम जो बिजनेस हैं, कार्यवाही है सदन की वो स्थगित कर देनी चाहिए और इससे बड़ी कोई घटना दिल्ली में हो नहीं सकती। एक अन्य प्रश्न के उत्तर में आजाद ने कहा कि हालात संभालने की सरकार को फिक्र ही कहाँ थी। जब हालात सामान्य बनाने की जरुरत थी, तो उस समय दंगे होने दिए।