अभद्रता, असहयोग भी उद्देश्यपूर्ति को प्रभावित नही कर पा रहे है
विदिशा : कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण को रोकने के लिए जिले में चहुंओर प्रबंध सुनिश्चित किए गए है। लॉकडाउन अवधि में क्यूरेन्टाइन के लिए चिन्हित होने वाले व्यक्तियों को होम क्यूरेन्टाइन करने में किसी भी प्रकार की कोर कसर नही बकसी जा रही है। होम क्यूरेन्टाइन एवं आइसोलेशन वार्डो में भर्ती कराने के लिए चिन्हित टीम के सदस्यों को कई बार अभद्रता असहयोग का सामना करना पड़ा है किन्तु टीम के सदस्यों के मनोबल को किसी भी प्रकार से प्रभावित नही कर पा रहे है और टीम अपने उद्देश्यों की पूर्ति कर रही है। सूचनाएं कई बार मध्य रात्रि में प्राप्त होती है तो अविलम्ब किए निर्धारित पते पर पहुंचकर होम क्यूरेन्टाइन या आइसोलेशन के कार्यो को सम्पादित कर रही है।
विदिशा शहर में गठित टीम में डॉ डीके शर्मा, डॉ शोएब खॉन तथा डॉ भूपेन्द्र सिंह द्वारा चिन्हित अलग-अलग स्थलों पर घर-घर जाकर संक्रमित मरीजो को होम क्यूरेन्टाइन एवं आइसोलेशन वार्डो में भर्ती करवाया गया है।
जब-जब सूचनाएं मिली तब दिन हो या रात त्वरित कार्यवाही के लिए उक्त टीम जानी जाती है। इसके अलावा आमजनों के बीच कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने हेतु जागरूकता संदेशो का भी संप्रेषण कर रही है। विदिशा शहर के कंटेनमेंट क्षेत्रों में 328 सर्वे के माध्यम से 28 हजार 240 व्यक्तियों से घरो में सम्पर्क कर सर्दी, खांसी, बुखार से कोई पीड़ित तो नही है कि जानकारी संकलित की गई है वही विदेशो से लौटे 28 व अन्य प्रदेशो से आए 315 व्यक्तियो को होम क्यूरेन्टाइन कराने के दायित्व का निर्वहन किया है। टीम लीडर डॉ डीके शर्मा तथा सहयोगी डॉ भूपेन्द्र सिंह चौहान ने बताया कि होम क्यूरेन्टान प्रक्रिया सम्पादित के दौरान कई बार अभद्रता व असहयोग की परिस्थितियां संबंधित के द्वारा निर्मित की गई है किन्तु हम अपने उद्देश्य की पूर्ति में किन्चित भी विचलित नही हुए है।