छूटी नहीं हाथों की मेहंदी और कोरोना जंग में जुट गई नवविवाहिता
कटनी : अभी हाथों की मेहंदी भी नहीं छूटी है, नये जीवन को पूरी तरह समझा भी नहीं। लेकिन जिम्मेदारी और कर्तव्य को प्राथमिकता देकर अपनी उम्मीदों को अलग छोड़ पहले कोरोना मरीजों की सेवा में जुटने वाली एएनएम प्रतीक्षा त्रिपाठी कहानी भी प्रेरणास्पद है। प्रतीक्षा ढीमरखेड़ा विकासखंड मुख्यालय की रहने वाली है। बीते 7 मई 2020 को सामाजिक रीति-रिवाज से कोरोना और लॉकडाउन जैसी चुनौतीपूर्ण माहौल में इनका विवाह हुआ। विवाह के चार दिन बाद 11 मई 2020 से उमरियापान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लगातार ड्यूटी कर रही हैं।
लोगों के घर घर जाकर कोरोना का फॉलोअप कर क्वारेंटीन और होम क्वारेंटीन लोंगो को जानकारी भी जुटा रही हैं। शादी के बाद एक सप्ताह का समय भी नही मिला और फिर से लोगों की सेवा में उपस्थित हो गई नव विवाहिता प्रतीक्षा त्रिपाठी। एएनएम प्रतीक्षा त्रिपाठी ने बताया कि शादी के चार दिन बाद ही पांचवे दिन से कर्तव्य पर मौजूद होना पड़ा।ससुराल पक्ष से कोई भी मेडिकल क्षेत्र से नहीं हैं, उसके बावजूद भी सभी ने उन्हें उमरियापान अस्पताल में ड्यूटी करने के लिए प्रेरित किया। कोरोना महामारी में भविष्य की स्थिति अभी तय नहीं फिर भी नियमित रूप से कोरोना संकट में मरीजों की सेवा कर रही है।