विधानसभा चुनाव से पहले हो जाएगा यूपी का विभाजन

उत्तर प्रदेश की सियासत में इन दिनों काफी हलचल देखने को मिल रही है। पिछले कुछ दिनों से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व के बीच तनातनी की अटकलें चल रही हैं। इस बीच एक और कहानी सामने आ रही है कि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा नेतृत्व उत्तर प्रदेश का विभाजन कर अलग पूर्वांचल राज्य बनाने पर विचार कर रहा है। मामले पर बहस भी तेज हो गई है। आइए बताते हैं कि नए राज्य के गठन की कानूनी प्रक्रिया क्या है….
भाजपा हमेशा से छोटे राज्यों की पक्षधर रही है। अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार के समय ही मध्य प्रदेश से अलग होकर छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश से अलग होकर उत्तराखंड और बिहार से अलग होकर झारखंड बना था। वहीं अब उत्तर प्रदेश से अलग होकर पूर्वांचल राज्य बनाने की अटकलें जारी हैं।
क्या है नया राज्य बनाने का प्रावधान?
संविधान के अनुच्छेद-3 के तहत अलग राज्य के गठन का अधिकार केंद्र सरकार को है। वह किसी भी राज्य का क्षेत्र बढ़ा या घटा सकती है। सीमाएं बदल सकती है। केंद्र सरकार राज्य का नाम भी बदल सकती है।