‘भारत रत्न’ रेवड़ी नहीं जो हर किसी को बांटते फिरें अरविंद केजरीवाल

‘भारत रत्न’ रेवड़ी नहीं जो हर किसी को बांटते फिरें अरविंद केजरीवाल
Spread the love

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर पर्यावरणविद रहे स्वर्गीय सुंदरलाल बहुगुणा को भारत रत्न देने की मांग की है। पंद्रह दिन पहले वे कोरोना काल में सेवाओं के बदले डॉक्टरों को भी भारत रत्न देने की मांग कर चुके हैं। अरविंद केजरीवाल की इस मांग पर भाजपा नेता नवीन कुमार जिंदल ने कहा कि ‘भारत रत्न’ रेवड़ी नहीं है जिसे अरविंद केजरीवाल हर किसी को बांटते फिरें। उन्होंने कहा कि केजरीवाल को हर चीज को राजनीति का विषय नहीं बनाना चाहिए। अरविंद केजरीवाल ने 16 जुलाई को प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर चिपको आंदोलन के प्रणेता रहे पर्यावरण कार्यकर्ता सुंदरलाल बहुगुणा को भारत रत्न देने की मांग की। बहुगुणा का इसी वर्ष 21 मई को निधन हो गया था। दिल्ली भाजपा मीडिया प्रभारी नवीन कुमार जिंदल ने कहा कि भारत रत्न भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। इसकी एक अलग नियम-प्रक्रिया और मानक हैं जिसके अंतर्गत केंद्र सरकार समय-समय पर देश के सम्मानित नागरिकों को इसे प्रदान करती रही है। उन्होंने कहा कि लेकिन इस विषय को आम आदमी पार्टी को राजनीति का विषय नहीं बनाना चाहिए।

अरविद केजरीवाल ने इसके पहले 4 जुलाई को कोरोना काल में सेवाओं के बदले डॉक्टरों को भारत रत्न देने की मांग की थी। उन्होंने कहा था कि अगर चिकित्सकों को भारत रत्न देने में कोई तकनीकी खामी है तो इस कमी को दूर किया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 15 जुलाई को दिल्ली विधानसभा परिसर में सुंदरलाल बहुगुणा की याद में वृक्षारोपण और उनकी एक तस्वीर का अनावरण भी किया था। इस अवसर पर बहुगुणा परिवार के सदस्य भी उपस्थित थे। आम आदमी पार्टी उत्तराखंड में इस बार अपनी सियासी किस्मत आजमाने की कोशिश कर रही है। पूर्व कर्नल अजय कोठियाल को आगे रख वह अपना चुनावी अभियान चला रही है। बहुगुणा को भारत रत्न देने की केजरीवाल की मांग को इस चुनावी राजनीति से जोड़कर देखा जा रहा है।

Admin

Admin

9909969099
Right Click Disabled!