हापुड़ में भाजपा अध्यक्ष नड्डा का हमला

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि पांच साल पहले प्रदेश में माफियाओं का राज था, गुंडाराज था। मुजफ्फरनगर के दंगे, कैराना का पलायन होता था। यहां तक कि सुप्रीम कोर्ट ने फटकार लगाकर कहा था कि ये दंगे प्रशासनिक असफलता का नतीजा हैं। यहां तक कि सरकार ने मुआवजा देने में भी पक्षपात किया। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा श्रीमती ब्रह्मादेवी बालिका विद्या मंदिर में भाजपा प्रत्याशी विजयपाल आढ़ती के समर्थन में आयोजित सार्वजनिक सम्मेलन में बोल रहे थे।
वसंत पंचमी की शुभकामनाओं के साथ शुरू किए अपने भाषण में उन्होंने हापुड़ को क्रांतिकारियों की धरती बताते हुए नमन किया और क्षेत्र के क्रांतिकारियों को याद किया। इसके बाद उन्होंने सपा सरकार को आतंकियों का हितैषी बताते हुए कहा कि रामपुर में सीआरपीएफ कैंप पर हमला करके कुछ आतंकियों ने सात जवानों की हत्या कर दी थी। प्रदेश की पुलिस आतंकियों को पकड़ नहीं पाई तो एनआईए की टीम ने आरोपियों को दबोचा। लेकिन उस समय की अखिलेश सरकार ने आतंकियों का बचाव किया।उन्होंने आगे कहा कि गोरखपुर गोलघर सीरियल ब्लास्ट कांड के आरोपियों के साथ भी यही हुआ। इनके मुकदमे वापस लिए तो कोर्ट ने दखल कर रोक लगाई। बाद में रामपुर के कांड के चार आतंकियों को फांसी हुई और बाकी को उम्रकैद हुई। वह सरकार आतंकियों का समर्थन करती थी।