J&K में अतिरिक्त जवानों की तैनाती को लेकर गृह मंत्रालय ने दी सफाई

जम्मू-कश्मीर में हाल के दिनों में सुरक्षाबलों की कई कंपनियों की तैनाती के बाद राज्य के लोगों के बीच अफरा-तफरी की स्थिति बन गई है। केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से कुछ दिनों पहले 10 हजार अतिरिक्त जवानों की तैनाती के बाद 28 हजार अन्य जवानों को भी घाटी में भेजा गया है। इस फैसले को लेकर राज्य में तमाम अटकलें लगाई जा रही हैं और राजनीतिक दल भी अलग-अलग संभावनाएं जता रहे हैं। इन सब के बीच गृह मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा है कि जम्मू-कश्मीर में अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती वहां की सुरक्षा की स्थिति और फेरबदल की जरूरत पर आधारित होती है, और ऐसी बातों पर सार्वजनिक तौर पर चर्चा नहीं की जा सकती। मंत्रालय के सूत्रों ने यह भी कहा कि केंद्रीय बलों की 100 कंपनियों को एक हफ्ते पहले यहां तैनात करने का आदेश दिया गया था और वे अपने-अपने गंतव्यों पर पहुंचने की प्रक्रिया में हैं। सूत्रों ने कहा, ‘आंतरिक सुरक्षा स्थिति, प्रक्षिक्षण की आवश्यकताओं, अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती में फेरबदल की जरूरत, केंद्रीय बलों की तैनाती एवं वापसी एक लगातार चलने वाली प्रक्रिया है।’ उन्होंने कहा कि तैनाती और किसी खास क्षेत्र में तैनात अर्द्धसैनिक बलों की गतिविधि की डिटेल्स के बारे में कभी भी सार्वजनिक रूप से चर्चा नहीं की जाती है।