मध्यप्रदेश से हैं आयुष केन्द्रों के लिये सर्वाधिक 100 प्रस्ताव: मंत्री डॉ. साधौ

आयुष मंत्री डॉ. विजयलक्ष्मी साधौ ने कहा है कि प्रदेश में आयुष चिकित्सकों की कमी दूर करने के प्रयास जारी हैं। उन्होंने बताया कि आयुष केन्द्र प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर स्थापित होंगे। आयुष केन्द्रों के लिये ‘पहले आएं पहले पाएं’ के सिद्धांत पर देश में मध्यप्रदेश द्वारा सर्वाधिक 100 प्रस्ताव भेजे गये हैं। इनमें से कुछ के लिये स्वीकृति भी मिल गई है। डॉ. साधौ ने आज रानी दुल्लैया स्मृति आयुर्वेद महाविद्यालय एवं चिकित्सालय के चरक जयंती समारोह में यह जानकारी दी। सहकारिता मंत्री डॉ. गोविंद सिंह और जनसम्पर्क मंत्री श्री पी.सी. शर्मा भी मौजूद थे। मंत्री द्वय डॉ. साधौ और श्री पी.सी. शर्मा ने समारोह में पंडित उद्धव दास मेहता अखिल भारतीय पी.जी. निबंध प्रतियोगिता के विजेता कर्नाटक की डॉ. नमिता को प्रथम, जाम नगर गुजरात के डॉ. अशोक दास द्वितीय और कर्नाटक की डॉ. रजनी को तृतीय पुरस्कार प्रदान किये। पुरस्कार में स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक के साथ क्रमश: 21,15 और 11 हजार की राशि दी गई। सहकारिता मंत्री डॉ. गोविंद सिंह ने कहा कि प्रदेश में चिकित्सा अधिकारियों के करीब 1800 पद भरने की कार्यवाही की जा रही है। जनसम्पर्क मंत्री श्री शर्मा ने कहा कि चिकित्सा छात्रों की पढ़ाई के अंतिम 6 माह की इंटर्नशिप ग्रामीण इलाकों में होनी चाहिए। कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं को चरक शपथ भी दिलाई गई। आर.डी. मेमोरियल ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट के अध्यक्ष श्री हेमंत सिंह चौहान, गोपाल दास मेहता, श्री धनेश चतुर्वेदी, पंडित उद्धव दास मेहता न्यास समिति एवं कॉलेज के प्राचार्य डॉ. रवि प्रकाश सिंह, प्रोफेसर्स और छात्र-छात्राएँ उपस्थित थे।