जनमुद्दों को लेकर समाजवादी पार्टी ने प्रदेश भर में किया प्रदर्शन

लखनऊ। बदहाल कानून व्यवस्था और किसानों, युवाओं व अल्पसंख्यकों के मुद्दों पर समाजवादी पार्टी ने शुक्रवार को प्रदेश के सभी जिलों में धरना दिया। इस दौरान सपा महानगर व जिले के कार्यकर्ताओं ने लखनऊ में कलेक्ट्रेट पर धरना दिया और ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में उन्नाव की रेप पीड़िता को न्याय दिलाने, सांसद आजम खां के प्रति बदले की भावना से कार्रवाई वापस लेने और सोनभद्र के उभ्भा गांव में आदिवासियों के नाम जमीन आवंटित करने की मांग की गई।
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चैधरी ने कहा कि नौ अगस्त 1942 को ही महात्मा गांधी ने देश को ‘अंग्रेजों भारत छोड़ों‘ के साथ ‘करो या मरो‘ का मंत्र दिया था। इस अगस्त क्रांति के फलस्वरूप ही 15 अगस्त 1947 को देश आजाद हुआ था।
भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियों पर सभी 75 जिलों में सपा ने शांतिपूर्ण तरीके से धरना देने के लिए कहा था लेकिन कई जगह प्रदर्शन उग्र होते नजर आए। यह देख पुलिस ने कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया। धरने में बच्चियों से दुष्कर्म, हत्याओं की बाढ़, बिजली कटौती व दरों में वृद्धि, गन्ना किसानों का बकाया, गोशालाओं में गायों की मौत समेत कई मुद्दों को लेकर प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई। उधर गोरखपुर में क्रांति दिवस पर अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन करने जा रहे सपाइयों को धरने की इजाजत नहीं मिली। उन्हें पुलिस ने राजघाट के नांगलिया चैराहे पर ही रोक लिया।वहीं पुलिस के रोके जाने से नाराज सपाई आगे बढ़ने पर अड़े रहे। पुलिस उनको हिरासत में लेकर बसों में भरती रही। इस बीच सपा कार्यकर्ताओं ने देश व प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। वहीं कई थानों की फोर्स चप्पे-चप्पे पर तैनात कर दी गई है।अलीगढ़ में सपा कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट पर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का पुतला फूंका, तो पुलिस ने कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया। इस दौरान करीब एक दर्जन कार्यकर्ताओं ने गिरफ्तारी दी। सभी को पुलिस लाइन स्थित सम्मेलन कक्ष में रखा गया। इस बीच कार्यकर्ता लगातार पुलिस प्रशासन और प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। वहीं सपा महिला सभा ने भी विरोध प्रदर्शन में भाग लिया।