JNU हिंसा पर बोले केरल सीएम- छात्रों पर हमला असहिष्णुता का नतीजा है

जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) हिंसा मामले में केरल के मुख्यमंत्री पिनारई विजयन ने कहा कि छात्रों पर हमला असहिष्णुता का नतीजा है। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के कैंपस में छात्रों और शिक्षकों पर नाजी शैली में हमला उन लोगों ने किया है, जो देश में अशांति और हिंसा का माहौल पैदा करना चाहते हैं। संघ परिवार को कैंपस में खूनखराबे के इस खतरनाक खेल से हटना चाहिए।अच्छा होगा यदि वे छात्रों की आवाज को देश की आवाज समझें। शाम जेएनयू कैंपस में बड़ी हिंसक झड़प हुई जिसमें लगभग दो दर्जन छात्र घायल बताए जा रहे हैं। पुलिस मामले की जांच में जुटी है और जल्द ही मुकदमा दर्ज किया जाएगा। कैंपस में कुछ देर की शांति के बाद सोमवार तड़के तनाव फिर बढ़ गया। आक्रोशित छात्रों ने विशेष पुलिस आयुक्त (कानून व्यवस्था) आर.एस. कृष्णया की अगुआई में कैंपस में हो रहे पुलिस मार्च को रोक दिया। छात्रों ने साबरमती टी-पॉइंट पर पुलिस मार्च रोक दिया। पुलिस ने हालांकि उन छात्रों से बचते हुए कनवेंशन सेंटर की तरफ मार्च जारी रखा लेकिन उनके थोड़े ही आगे बढ़ते ही प्रदर्शनकारी छात्रों ने एक बार फिर पुलिस का मार्ग रोक दिया। छात्र पुलिस को लगातार जेएनयू परिसर के नॉर्थ गेट की तरफ खिसकाते रहे।
शाम बाहरी माने जा रहे कुछ हमलावरों के एक समूह ने जेएनयू परिसर में छात्रों और जेएनयू स्टाफ पर हमला कर दिया था। कुछ लोगों का आरोप था कि हमलावर एबीवीपी कार्यकर्ता थे, जबकि एबीवीपी का कहना है कि लेफ्ट संगठन के छात्रों ने हमला किया है। जेएनयू प्रशासन ने परिसर में हिंसा के लिए रजिस्ट्रेशन पक्रिया का विरोध कर रहे छात्रों पर आरोप लगाया है।