शिक्षण व्यवस्था में रसोईयों की भूमिका अत्यन्त महत्वपूर्ण -डीएम

मध्याह्न भोजन योजनान्तर्गत जिला स्तरीय रसोईया पाक कला प्रतियोगिता का आयोजन बुधवार को नगर क्षेत्र स्थित मैथोडिस्ट मिशन कन्या जूनियर हाईस्कूल में किया गया। जिसमें जिला स्तरीय प्रतियोगिता के लिये चयनित 30 रसोईयों द्वारा प्रतिभाग किया गया। विकास खण्ड महमूदाबाद के मखुवा चैबेपुर विद्यालय के सुशील कुमार शुक्ला को प्रथम, नगर क्षेत्र सीतापुर की मैथोडिस्ट मिशन कन्या जूनियर हाईस्कूल की रसोईया परवीन को द्वितीय तथा विकास खण्ड ऐलिया के प्राथमिक विद्यालय जगना की रसोईया सुखरानी को तृतीय स्थान मिला।
प्रथम पुरस्कार में 3500 रू0, द्वितीय पुरस्कार में 2500 रू0 तथा तृतीय पुरस्कार में 1500 रू0 का चेक एवं प्रमाण-पत्र विजेताओं को दिया गया। शेष सभी प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र तथा 500 रूपये का पुरस्कार सांत्वना पुरस्कार के रूप में दिया गया।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये जिलाधिकारी ने कहा कि शिक्षण व्यवस्था में रसोईयों की भूमिका अत्यन्त महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि स्वस्थ्य शरीर में ही स्वस्थ्य मस्तिष्क का विकास होता है। जिस प्रकार शिक्षक हमें शिक्षा प्रदान करके मानसिक दृढ़ता प्रदान करते हैं उसी प्रकार रसोईया हमें अच्छा भोजन देकर हमें शारीरिक शक्ति प्रदान करते हैं। उन्होंने जनपद के सभी रसोईयों को आहवान करते हुये कहा कि बच्चों को मैन्यू के अनुसार स्वच्छ एवं उच्च गुणवत्ता युक्त भोजन उपलब्ध कराने में अपना सहयोग प्रदान करें।
उन्होंने कहा कि इस बात का विशेष ध्यान रखा जाये कि भोजन में विटामिन, प्रोटीन, कार्बोहाईड्रेट, मिनरल्स एवं पोषक तत्व नष्ट न होने पायें इसके लिये भोजन को धीमी आंच में पकाया जाये। प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने वाले सभी प्रतिभागियों की प्रशंसा करते हुये जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद के लगभग 11 हजार से अधिक रसोईयों में से चयनित होकर वह यहां तक पहुंचे हैं। इसलिये वह निश्चित ही विशेष हैं।
रसोईया संघ के जिलाध्यक्ष को प्रतियोगिता में प्रथम स्थान मिलने पर जिलाधिकारी ने प्रशंसा करते हुये कहा कि यह शिक्षक संघ के प्रतिनिधियों के लिये भी एक मिसाल है कि वह शिक्षण कार्य में ब्लाॅक एवं जनपद में अपना स्थान बनाये।
कार्यक्रम के दौरान बेसिक शिक्षा अधिकारी ने आभार व्यक्त किया। इस दौरान शिक्षा विभाग के अधिकारी, निर्णायक मण्डल के सदस्य व प्रतिभागी उपस्थित रहे।