श्वेत पत्र द्वारा हेमंत सरकार ने रघुवर पर साधा निशाना

रांची
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली झारखंड सरकार ने राज्य के वित्तीय और विकास की स्थिति पर सोमवार को सदन में एक श्वेत पत्र प्रस्तुत किया। इस पत्र में पूर्ववर्ती रघुवर दास सरकार पर हमला करते हुए दावा किया गया है कि ‘डबल इंजन’सरकार ने ‘ऐक्सिर्लएटर’ कम और ‘ब्रेक’ अधिक लगाए जिसके कारण राज्य की अर्थव्यवस्था बेपटरी हो गई। झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के दूसरे दिन वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव द्वारा श्वेत पत्र को सदन में पेश किया गया। इस दौरान वर्ष 2019-20 के लिए आर्थिक सर्वेक्षण को भी सदन के पटल में रखा गया गया।
हेमंत सरकार ने राज्य में आर्थिक संकट और वित्तीय गलत प्रबंधन के लिए दो बड़े कारण गिनाते हुए कहा कि राज्य की वर्तमान आर्थिक हालत के लिए पहला कारण पिछली सरकार द्वारा आर्थिक कुप्रबंधन है जिसमें उसने अपनी क्षमता से अधिक ऋण लिया और आंतरिक राजस्व एकत्र किए बिना बड़े पैमाने पर व्यय किया। वहीं दूसरी बात यह है कि इस दौरान केंद्र सरकार और केंद्रीय संगठनों ने भी झारखंड के साथ सौतेला व्यवहार किया। उरांव ने श्वेत पत्र के माध्यम से बताया कि झारखंड की लगातार उपेक्षा की गई और राज्य को लंबित भुगतान भी नहीं किया गया।
केंद्र में अलग विचारधारा की सरकार होने के बावजूद झारखंड के लोगों ने गठबंधन सरकार में विश्वास दिखाया है और हेमंत सरकार जनता के वादों को पूरा करने के लिए पूरी तरह जागरूक है। इस श्वेत पत्र में यह भी बताया गया कि राज्य सरकार गंभीर चुनौतियों का सामना कर रही है, इसलिए उसने श्वेत पत्र लाने का फैसला किया ताकि जनता भी सरकार की समस्याओं को समझ सके।