महाराष्ट्र में लगातार बढ़ रही कोरोना पीड़ितों की संख्या, 38 मामलों की हुई पुष्टि

मुंबई
केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार, मुंबई और नवी मुंबई में कोरोनोवायरस के परीक्षण के बाद चार और नये मामले सामने आये हैं। इस राज्य में कोरोना वायरस से पीडि़त मरीजों की संख्या बढ़कर 38 पहुंच गयी है। कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण लोगों में भय का माहौल है जिसकी वजह से नागपुर के रामदासपेठ क्षेत्र में पार्कों और उद्यानों में चहलकदमी करने वाले लोगों की आवाजाही कम हो गयी है।
गौरतलब है कि विश्व के करीब 135 देश कोरोना वायरस की चपेट में है। भारत में लगभग 93 लोग इस वायरस से संक्रमित हो चुके हैं। महाराष्ट्र देश का एक अकेला ऐसा राज्य हैं जहां कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या सबसे अधिक है। यहां अब तक 33 मामलों की पुष्टि हो चुकी है। बीते शनिवार को पुणे के पिंपरी-चिंचवड़ में पांच नये मामलों की पुष्टि हो चुकी है।
महाराष्ट्र सरकार ने 31 मार्च तक एहतियात के तौर पर सभी स्कूल, कॉलेज, मॉल, स्विमिंग पूल, जिम को बंद कर दिया है।
इसके अलावा तमाम सार्वजनिक स्थानों पर होने वाले कार्यक्रमों को रद कर दिया गया है। आइआइटी-बॉम्बे ने अपने छात्रों, हॉस्टलर्स, फैकल्टी, स्टाफ, विजिटर्स आदि में कड़े नियम लागू करने के अतिरिक्त 29 मार्च तक सभी क्लासरूम और लेबोरेट्री को निलंबित कर दिया है। देश में अब तक कोरोना वायरस से दो लोगों की मौत हो चुकी है। मरने वालों की उम्र 60 से अधिक थी और दोनों ही मरीज बीपी जैसी बीमारियों से पीडि़त थे। कोरोना के संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए अधिकतर राज्यों में स्कूल, कॉलेज व सार्वजनिक स्थानों को बंद कर दिया गया है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी कोरोना को महामारी घोषित कर दिया है। पुणे में कोरोना के 15 मामले पाये जाने के बाद महाराष्ट्र का ये शहर इस बीमारी का केंद्र बन गया है। रविवार शाम तक पुणे महानगरपालिका की हद में सात एवं पुणे के ही उपनगर पिंपरी-चिंचवण में आठ मामले सामने आये हैं।