कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों द्वारा जिले के किसान भाइयों को टिड्डी दल से बचाव के उपाय

कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों द्वारा जिले के किसान भाइयों को टिड्डी दल से बचाव के उपाय
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गुना : किसान भाइयों को कोरोना महामारी के चलते एक और भयाभय समस्या के साथ प्रशासनिक जानकारी के आधार पर मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले के गांव एवं मालवा में टिड्डी दल आ चुका है। जो खेतों में लगी हुई फसलों एवं वनस्पतियों को खाकर नष्ट कर रहा है एवं टिड्डी दल के किसी भी जगह किसी समय पहुंचने की संभावना है। इसे दृष्टिगत रखते हुए गुना जिले के कृषकों को सलाह दी जाती है कि यह दल रात्रि के समय खेतों मैं रुक कर फसलों को चट कर जाती है एवं लगभग 600 से 1500 अंडे प्रति कीट द्वारा देकर सुबह उड़ कर दूसरे स्थान पर चला जाता है। टिड्डी के दल में कीटों की संख्या कई लाखों में होती है।  ऐसी स्थिति में किसानों को सलाह दी जाती है कि वे अपने स्तर पर रात्रि में समूह बनाकर खेतों की निगरानी करें। यदि टिड्डी दल का प्रकोप होता है तो सुबह 4:00 से 5:00 के बीच में कृषि विज्ञान केंद्र आरोन के प्रभारी वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ एस.के.दनेलिया द्वारा टिड्डी दल से बचाव हेतु निम्न सलाह दी जाती है किसान भाई इस भयानक कीट की निरंतर निगरानी रखें क्योंकि यह कीट किसी भी समय खेतों में आक्रमण कर क्षति पहुंचा सकता है। सायंकाल 7:00 से 9:00 बजे के मध्य यह दल रात्रिकालीन विश्राम के लिए कहीं भी बैठ सकते हैं। जिसकी पहचान एवं जानकारी के लिए स्थानीय स्तर पर दल का गठन कर सतत् निगरानी रखें।

यदि जिले के किसी गांव में टिड्डी के आक्रमण एवं पहचान की जानकारी मिलती है तो शीघ्र स्थानीय प्रशासन कृषि विभाग एवं कृषि विज्ञान केंद्र से संपर्क कर जानकारी दें तथा समाधान प्राप्त करें, यदि टिड्डी दल का प्रकोप हो गया है तो सभी किसान भाई टोली बनाकर विभिन्न तरह की परंपरागत गीत उपाय जैसे शोर मचाकर, अधिक ध्वनि वाले यंत्रों को बजाकर, या पौधों की डालो से अपने खेत से भगाया जा सकता है। यदि शाम के समय टिड्डी दल का प्रकोप हो गया है तो सुबह 3:00 बजे से 5:00 बजे तक तुरंत अनुशंसित कीटनाशक दवाएं ट्रैक्टर चलित स्प्रे पंप (पावर स्प्रेयर )द्वारा जैसे क्लोरपीरिफॉस 20 ईसी 1200 मिली या डेल्टामेन्टह्रीं 1.25% ULV 1400 मिली अथवा lembdacyhalothrin डाल 5 % EC 400 मिली या Diflubenzuron 25 %WP 120 ग्राम प्रति हेक्टेयर 600 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करे। रासायनिक कीटनाशक पाउडर मेलाथियान 5% 20 किलोग्राम या fenvalerate 0.4 प्रतिशत DP 25 किलोग्राम या Quinalphos 1.5 %Dp 25 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर की दर से भुरकाव करें। किसान भाई टिड्डी दल के आक्रमण के समय यदि कीटनासही दवा उपलब्ध ना हो तो ऐसी स्थिति में ट्रैक्टर चलित पावर स्प्रे के द्वारा तेज बौछार से भगाया जा सकता है। भारत सरकार द्वारा कीट नियंत्रण हेतु अधिसूचित कीटनाशक रसायनों द्वारा नियंत्रित किया जा सकता है।

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Admin

Shivam Dubey

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