हरिद्वार : गौरवमयी इतिहास है हिंदी पत्रकारिता का

जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज ने कहा कि हिंदी पत्रकारिता का गौरवमयी इतिहास है। पत्रकारों ने हर दौर में चुनौतियों का सामना करते हुए कर्तव्यनिष्ठा और ईमानदारी से काम किया। कोरोना संक्रमण के बीच भी पत्रकार विपरीत परिस्थितियों में काम कर रहे हैं।
स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज प्रेस क्लब की ओर से हिंदी पत्रकारिता दिवस के मौके पर आयोजित ऑनलाइन संगोष्ठी को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आज का दौर प्रिंट मीडिया से निकलकर इलेक्ट्रॉनिक और उससे भी आगे सोशल मीडिया तक पहुंचा है। प्रतिस्पर्धा के इस दौर में सोशल मीडिया पर अनुशासन थोड़ा कम दिखाई देता है।
उन्होंने खबरों के प्रति विविधता, तथ्यपरकता और विश्वसनीयता बनाए रखने की बात कही। विशिष्ट अतिथि शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने कहा कि पत्रकारिता हमेशा जागरूकता के लिए अपनी भूमिका निभाती रही है। चाहे कोई भी दौर हो हमारे पत्रकारों ने हमेशा अपने दायित्वों को बखूबी निभाया। विश्वसनीयता की प्रतिष्ठा का ही परिणाम है कि हिंदी पत्रकारिता के पाठकों की संख्या करोड़ों में है।