…अब पहाड़ भी चढ़ने लगे हाथी

कोरोना संकट के बीच एक अच्छी खबर भी है। शिवालिक एलीफेंट रिजर्व में धरती के विशालकाय जीव हाथियों का कुनबा बढ़ रहा है। पहली बार राजाजी पार्क के मैदानी जंगलों से एक हाथी के बेमुंडा की पहाड़ियों पर चढ़ना इस बात की तस्दीक दे रहा है। वन विभाग की मानें तो कुनबा बढ़ने के कारण हाथी अपने नए ठिकाने की तलाश में नए जंगल की ओर चढ़ा होगा। वन विभाग भी अब हाथियों की सटीक गणना करने के लिए जीपीएस और ड्रोन कैमरे की मदद लेने की तैयारी कर रहा है।
अभी तक हाथियों की चहलकदमी नरेंद्रनगर के आस-पास के जंगलों तक ही सुनाई देती थी। लेकिन पहली बार पिछले दिनों राजाजी पार्क से कई किलोमीटर दूर एक हाथी ऋषिकेश-चंबा हाईवे पर बेमुंडा के जंगलों में घूमता नजर आया।
पहाड़ के जंगल में हाथी देख वन कर्मी भी हैरत में पड़ गए। उन्होंने किसी तरह हाथी को वापस ठिकाने की ओर लौटाया। बताया गया कि गजराज चार-पांच दिनों बाद वापस राजाजी पार्क के जंगल में अपने झुंड में पहुंचा। वन विभाग ने बताया कि तीन साल पूर्व हुई गणना में हाथियों की संख्या सात थी। लेकिन अब उनका कुनबा काफी बढ़ गया है। एक हाथी दिनभर में ही करीब 200 किलो घास-पत्ती खाने के साथ ही एक सप्ताह में 400 किमी की दूरी तय कर लेता है। जिससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि शिवपुरी में हेंवल नदी के किनारे-किनारे हाथी भोजन खाते हुए बेमुंडा आ पहुंचा।