शव वाले वीडियो का है मामला

लोक नायक जय प्रकाश अस्पताल के कोविड-19 वार्ड में शव दिखाने वाले वायरल वीडियो पर दिल्ली के मुख्य सचिव और एलएनजेपी अस्पताल के हेल्थ सिक्योरिटी एंड मेडिकल डायरेक्टर के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट में अवमानना याचिका दायर की गई है।
एलएनजेपी अस्पताल का वीडियो वायरल होने पर गुरुवार को दिल्ली सरकार ने सफाई दी है। सरकार का कहना है कि इस तरह से वीडियो बनाने व उसे सनसनीखेज तरीके से दिखाने पर दिन-रात काम करने वाला मेडिकल स्टॉफ हतोत्साहित होता है। इससे उनका मनोबल टूट रहा है।
सत्येंद्र जैन ने बताया कि जिस आदमी ने एलएनजेपी की वीडियो बनाई है, वह संविदाकर्मी भी है। उसका अपना कुछ मकसद रहा होगा। इसका मतलब यह भी है कि सब मैनेज था। जैन के मुताबिक, मौत हुई है, यह बेहद दुखद है, लेकिन कोरोना के मृत मरीज को हटाने का प्रोटोकाल है। लेकिन इस तरह का वीडियो बनाने और उसे सनसनीखेज तरीके से दिखाने पर सारा स्टॉफ हतोत्साहित होता है।
जैन ने कहा कि मेडिकल स्टाफ बिना घर गए काम कर रहे हैं। वह कहते हैं कि वह दिन-रात काम कर रहे हैं, अब यह यह सब देखना पड़ेगा तो परेशानी होती है। सत्येंद्र जैन ने कहा कि अगर कोई भी दिक्कत है तो उसे बिलकुल ठीक किया जाएगा, लेकिन इए तरह से डॉक्टर व नर्सेज का टारगेट नहीं किया जाना चाहिए।
गौरतलब है कि बुधवार से एलएनजेपी अस्पताल का एक वीडियो वायरल हो रहा था, जिसमें कोविड वार्ड में भर्ती मरीजों के बीच रखे एक बेड पर लाश पड़ी हुई थी। आरोप था कि घंटों पहले मृत कोविड मरीज की लाश हटाई नहीं गई है।