भारत में रहे चीनी नागरिक सुरक्षा को लेकर चिंतित

पूर्वी लद्दाख में चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में 20 जवानों की शहादत के बाद भारत में रह रहे चीनी नागरिक डरे और सहमे हुए हैं। गलवां की वीभत्स घटना ने चीनी नागरिकों की चिंता बढ़ा दी है। वे बाहर निकलने के बजाय अपने घरों में रहना बेहतर समझ रहे हैं।
भारत चीन आर्थिक और सांस्कृतिक परिषद के महासचिव मोहम्मद साकिब ने कहा कि चीनी परिवार मीडिया से बात नहीं करना चाहते। वे बाहर नहीं जा रहे हैं और अपनी सुरक्षा और सेहत को लेकर चिंतित हैं। भारत में उनके चीनी दोस्त उन्हें फोन कर रहे थे क्योंकि उन्होंने सोमवार रात की झड़पों के बारे में खबर सुनी थी। चीनी मोबाइल कंपनी के लिए गुरुग्राम में काम करने वाले एक चीनी नागरिक ने शुरू में बात करने से इनकार कर दिया।बाद में गोपनीयता की शर्त पर कहा, सीमा विवाद और तनाव के बारे में बात की जा रही है, लेकिन हम जानते हैं कि भारतीय बहुत अच्छे लोग हैं और इसलिए मैंने अपने परिवार से कहा है कि यहां सब ठीक है, उन्हें चिंता नहीं करनी चाहिए।
गुरुग्राम में काम करने वाले एक अन्य चीनी नागरिक ने कहा कि उनका परिवार भारत-चीन के बीच चल रहे संघर्ष के बीच तनाव महसूस कर रहा है, लेकिन कई दोस्त उसे आश्वस्त कर रहे हैं। जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) में सेंटर फॉर चाइनीज एंड साउथ ईस्ट एशियन स्टडीज के प्रोफेसर बीआर दीपक ने कहा कि भारत में चीनी नागरिक स्वाभाविक रूप से बहुत तनाव में हैं। इस तरह का संघर्ष बहुत तनाव देता है क्योंकि वे इसका खामियाजा भुगत सकते हैं और यही चीन में भारतीयों के लिए भी लागू होता है।