दिल्ली में एसआई को गलती से लगी वैक्सीन की कॉकटेल

कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज गलत लगने से दिल्ली पुलिस का सब-इंस्पेक्टर (एसआई) परेशान था। मगर अब एसआई खुश है। गलत डोज लगने से एसआई की एंटी बॉडी 250 से ज्यादा बन गई है। देश का ये शायद पहला मामला है कि दोनों वैक्सीन की एक-एक डोज लगी और एसआई की एंटी बॉडी काफी ज्यादा बनी है। डॉक्टर इसे देश का इस तरह का पहली उदाहरण बता रहे हैं। विशेषज्ञ इस तरह एंटी बॉडी बनने से हैरान हैं, क्योंकि इस तरह की कोई स्टडी अभी तक सामने नहीं आई है।
आईजीआई एयरपोर्ट थाने में तैनात एसआई राजीव गुलाटी अपने साथी के साथ वसंतकुंज स्थित फोर्टीज अस्पताल में वैक्सीन की दूसरी डोज लगवाने 26 मार्च को गए थे। उन्हें दूसरी डोज की 250 रुपये की पर्ची भी अस्पताल प्रशासन ने दी थी। एसआई ने आईजीआई एयरपोर्ट के रोजनामचे में दर्ज की डीडी एंट्री में कहा था कि दूसरी डोज के लिए भरे फार्म में उन्होंने कहा था कि पहली डोज कोविशील्ड की लगी है। इसके बावजूद स्टाफ ने उन्हें दूसरी डोज कोवैक्सीन की लगा दी। विरोध किया तो प्रशासन ने सर्टिफिकेट देने से मना कर दिया। एसआई ने इसकी सूचना 100 नंबर पर पुलिस कंट्रोल रूम को दी थी। हालांकि इस मामले में अभी तक कोई एफआईआर नहीं हुई है।
एसआई राजीव गुलाटी ने बताया कि वह कोवैक्सिन की दूसरी डोज लगवाना चहाते थे। इससे पहले डॉक्टरों ने उन्हें एंटी बॉडी टेस्ट करवाने को कहा। टेस्ट के बाद पता लगा कि एसआई की एंटी बॉडी 250 से ज्यादा है। इतनी एंटी बॉडी बनने के बाद एसआई खुश है। सीनियर डॉक्टर कमलजीत सिंह कैंथ का कहना है कि ये देश का पहला उदाहरण है कि दोनों वैक्सीन एक-एक डोज लगी और एंटी बॉडी बन गई। इस तरह की अभी कोई स्टेडी सामने नहीं आई है कि दोनों वैक्सीन की अलग-अलग डोज लगने से क्या फायदा व नुक्सान है। डाक्टर कैंथ का कहना है कि वैक्सीन के इस कॉकटेल को आगे भी स्टेडी कर अजमाया जा सकता है। जानकारों के अनुसार एक ही वैक्सीन की दोनों डोज लगने से आम तौर पर एंटी बॉडी 200 तक बनती है।