तालिबान से गहरी ‘दोस्ती’ करने में जुटा पाकिस्तान

पाकिस्तान और तहरीक-ए-तालिबान (टीटीपी) के साथ बातचीत में प्रगति के संकेत हैं। टीटीपी तालिबान की पाकिस्तानी शाखा है, जिसके साथ पाकिस्तान सरकार के साथ लड़ाई चल रही थी। लेकिन अफगानिस्तान की सत्ता पर कब्जे के बाद अफगान तालिबान ने टीटीपी और पाकिस्तान सरकार के बीच रिश्तों में सुधार के लिए मध्यस्थता की। इसी हफ्ते खबर आई थी कि पाकिस्तान सरकार ने ‘सद्भाव दिखाने के लिए’ टीटीपी के 100 दहशतगर्दों को रिहा कर दिया है। तभी पाकिस्तानी मीडिया में यह खबर आई थी कि दोनों पक्षों के बीच बातचीत चल रही है।
बातचीत के दौरान संबंध बेहतर बनाने के लिए टीटीपी ने चार शर्तें रखी थीं। अब ताजा खबर यह है कि उसमें से दो शर्तों उसने छोड़ दी हैं। उसने संघीय शासित कबीलाई इलाकों (फाटा) के खैबर पख्तूनवा प्रांत में विलय को खत्म करने की मांग की थी। लेकिन अब उसने ये मांग छोड़ दी है। उसकी एक और मांग यह थी कि टीटीपी को किसी तीसरे देश में अपना दफ्तर खोलने की इजाजत दी जाए। अब इस मांग से भी टीटीपी पीछे हट गया है।