श्रीलंकाई नागरिक को बचानेवाला वीरता पदक से नवाजा जाएगा

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने श्रीलंकाई नागरिक को भीड़ से बचाने की कोशिश करने वाले शख्स को वीरता पदक से नवाजने का रविवार को एलान किया। सियालकोट में श्रीलंकाई मूल के फैक्ट्री मैनेजर की भीड़ ने ईश निंदा के आरोप में पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। इसके बाद उसके शव को आग के हवाले कर दिया था। हालांकि बाद में सामने आई सीसीटीवी फुटेज में साफ देखा जा सकता है कि एक शख्स श्रीलंकाई नागरिक को भीड़ से बचाने की कोशिश कर रहा है।
जानकारी के अनुसार, सीसीटीवी फुटेज में कपड़ा कारखाने के प्रबंधक और श्रीलंकाई नागरिक को बचाने का प्रयास करने वाले शख्स की पहचान उत्पादन प्रबंधक (प्रोडक्शन मैनेजर) मलिक अदनान के तौर पर हुई है। फुटेज में मलिक को गुस्साए लोगों की भीड़ का सामना करते और 40 वर्षीय श्रीलंकाई नागरिक प्रियंथा दियावदना को पीटने से रोकने के लिए भरसक प्रयास करते देखा जा सकता है।
हालांकि भीड़ ने बाद में अदनान को पीछे धकेल दिया और लातों, पत्थरों और लोहे की छड़ों से श्रीलंकाई नागरिक को पीटते हुए सड़क पर घसीटते हुए ले आई थी। पीटे जाने से श्रीलंकाई नागरिक की मौत हो गई थी। इसके बाद भीड़ ने उसके शव को आग लगा दी थी।
पीएम खान ने ट्वीट किया कि देश की ओर से मैं मलिक अदनान के नैतिक साहस और बहादुरी को सलाम करना चाहता हूं, जिन्होंने सियालकोट में अपनी जान को जोखिम में डालकर भीड़ से प्रियंथा दियावदाना को बचाने की पूरी कोशिश की। उन्होंने कहा कि हम उन्हें तमगा-ए-शुजात अवॉर्ड से नवाजेंगे।इससे पहले प्रधानमंत्री इमरान खान ने रविवार को श्रीलंका के राष्ट्रपति गोतबाया राजपक्षे से फोन पर बात की। इमरान खान ने राष्ट्रपति गोतबाया को आश्वासन दिया कि श्रीलंका के नागरिक प्रियंथा कुमार दियावदना की ईशनिंदा के आरोपों में हत्या करने वाली भीड़ पर कोई रहम नहीं किया जाएगा।