संकट में इमरान

पाकिस्तान में इमरान सरकार रहेगी या जाएगी? राजनीति में उनका भविष्य क्या होगा? क्या विपक्ष अपने मंसूबों में कामयाब होगा और क्या आजादी के बाद से अब तक किसी प्रधानमंत्री के पांच साल पूरे न करने का रिकॉर्ड फिर से दोहराया जाएगा? इन सभी सवालों के जवाब कल पाकिस्तान की नेशनल असेंबली के सत्र में मिल जाएंगे।
दरअसल, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के खिलाफ पेश किए गए अविश्वास प्रस्ताव पर रविवार को मतदान होना है। जानकारी के मुताबिक, नेशनल असेंबली का सत्र सुबह 11:30 बजे बुलाया गया है। इसी दौरान इस प्रस्ताव पर मतदान होना है, जिसके बाद इमरान खान की सरकार के भविष्य का फैसला भी हो जाएगा।
अविश्वास प्रस्ताव होने के बाद से अब तक इमरान खान सरकार बचाने के लिए हर दांव चल चुके हैं। 31 मार्च को देश के नाम संबोधन में उन्होंने कहा था, संडे को वोट दिया जाएगा, इस संडे को इस मुल्क का फैसला होने वाला है कि ये मुल्क किस तरफ जाएगा। क्या वही गुलामाना रवैया, भ्रष्टाचारी जिनके खिलाफ नैब में केस पड़े हैं। जितने भी खुशहाल मुल्क हैं, वहां सबसे ताकतवर मुजरिम को दबाकर रखा जाता है, लेकिन पाकिस्तान में इसका इंतजाम नहीं है। इमरान को साढ़े तीन साल हुए हैं, आप तो तीस साल से थे, तो ये जो हाल खराब हुए हैं क्या ये साढ़े तीन साल में हुए हैं। जो साढ़े तीन साल में हुआ है वो विपक्ष के तीस सालों में नहीं हुआ है। अब जो फैसला होना है तीन तारीख को होगा।