1988 बैच के आईएफएस अधिकारी विनय क्वात्रा बने विदेश सचिव

1988 बैच के भारतीय विदेश सेवा के अधिकारी क्वात्रा ने ऐसे समय में पदभार संभाला है, जब भारत के पड़ोसी देश संकट से गुजर रहे हैं। क्वात्रा को भारत के पड़ोसी देशों के साथ ही साथ अमेरिका, चीन और यूरोप विशेषज्ञ भी माना जाता है।
वरिष्ठ राजनयिक विनय मोहन क्वात्रा ने रविवार को भारत के नए विदेश सचिव के रूप में पदभार ग्रहण किया। उन्होंने हर्षवर्धन श्रृंगला का स्थान लिया, जो शनिवार को सेवानिवृत्त हो गए। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने रविवार को ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। उन्होंने लिखा, विनय क्वात्रा ने रविवार सुबह विदेश सचिव के रूप में कार्यभार ग्रहण किया।
1988 बैच के भारतीय विदेश सेवा के अधिकारी क्वात्रा ने ऐसे समय में पदभार संभाला है, जब भारत के पड़ोसी देश संकट से गुजर रहे हैं। पाकिस्तान में हाल ही में सियासी उथलपुथल के बाद नई सरकार गठित हुई है और श्रीलंका आर्थिक संकट झेल रहा है। इसके अलावा यूक्रेन युद्ध को लेकर वैश्विक स्तर पर चुनौतियां भी बनी हुई हैं। इसके अलावा कई राजनैतिक घटनाक्रम नई दिल्ली के सामने हैं। विदेश सचिव बनने से पहले क्वात्रा नेपाल में भारत के राजदूत थे।
क्वात्रा को भारत के पड़ोसी देशों के साथ ही साथ अमेरिका, चीन और यूरोप विशेषज्ञ भी माना जाता है। उन्हें विदेश सेवा में 32 साल से अधिक का अनुभव है। उन्होंने फ्रांस के राजदूत समेत कई प्रमुख पदों पर अपनी सेवाएं दी हैं। वे वाशिंगटन डीसी, जिनेवा, बीजिंग, दक्षिण अफ्रीका के साथ प्रधानमंत्री कार्यालय में संयुक्त सचिव के रूप में भी काम कर चुके हैं।