आंध्र प्रदेश: बिटकॉइन फर्म को 200 करोड़ के घोटाले की शिकायत पर नोटिस

(जी.एन.एस) ता. 13
हैदराबाद
कॉर्पोरेट अफेयर्स मंत्रालय के तहत आने वाले रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज़ (आरओसी) ने आंध्र प्रदेश की एक बिटकॉइन फर्म को 200 करोड़ रुपये के घोटाले की शिकायत पर नोटिस भेजा है। बड़े पैमाने पर मिल रही शिकायतों के अनुसार कंपनी ने निवेशकों से पैसे लेने के बाद उन्हें धोखा दे दिया। आंध्र प्रदेश के प्रकासम जिले में रजिस्टर्ड बिटकॉइन इंडिया सॉफ्टवेयर सर्विसेज लिमिटेड ने आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, दिल्ली, यूपी सहित कुछ अन्य जगहों से पैसे इकट्ठा किया। आरओसी इस केस में तब आया, जब दिल्ली निवासी चितरंजन शाह ने बिटकॉइन इंडिया पर फ्रीचार्ज वैलेट से अपने आईसीआईसीआई बैंक अकाउंट में पैसे ट्रांसफर करने पर धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई।
आरओसी ने अपनी जांच में पाया कि 2014 में ही अस्तित्व में आई कंपनी ने वार्षिक रिपोर्ट या बैलेंस शीट को पूरा नहीं किया है। जुलाई में भेजी गई नोटिस पर कंपनी की तरफ से जवाब भी नहीं आया। कंपनी के डायरेक्टर सायकम रामकृष्णा रेड्डी और सायकम श्रीमन्नारयाना रेड्डी को भी नोटिस भेजा गया। बिटकॉइन इंडिया ने काम बंद कर दिया है, लेकिन आरओसी की जांच से पता चला कि सोशल मीडिया और मोबाइल ऐप के जरिए कंपनी अभी भी ऐक्टिव है। जनवरी 2018 में गाजियाबाद के अनुज गर्ग ने बिटकॉइन इंडिया के खिलाफ क्रिप्टोकरंसी के जरिए ट्रांजैक्शन में 7 लाख रुपये की धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई थी।
कंपनी के आरोपी डायरेक्टर रामकृष्णा रेड्डी ने फ्रॉड के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि सभी काम नियम के अनुसार ही हो रहे हैं। खुद के खिलाफ दर्ज शिकायतों के बारे में रेड्डी ने कहा कि उनका ऐप एक वैलेट है, ना कि ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म।