झारखण्ड: परसुडीह में नाबालिग से दुष्कर्म, एक माह की हुई गर्भवती

जमशेदपुर
पूर्वी सिंहभूम जिले के परसुडीह थाना क्षेत्र में 14 वर्षीय नाबालिग दुष्कर्म के बाद एक महीने की गर्भवती हो गई है। 52 वर्षीय रेलकर्मी मानिकचंद्र दास उसे अपने घर में रख नशीली दवाएं खिला कर दुष्कर्म करता था। पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के अनुसार, यह घटना 30 जून के पहले की है। एमजीएम अस्पताल में जांच के बाद पीड़िता एक आश्रम में रख दी गई है। विधि व्यवस्था डीएसपी आलोक रंजन और परसुडीह थाने की पुलिस ने पूछताछ की। उधर, आरोपित घटना से इन्कार कर रहा है। आरोपित की पत्नी नहीं है। एक बेटा है। पीड़िता की बहन माणिक चंद्र दास के घर नौकरानी का काम करती है। उसने बहन को भी काम में लगा दिया। वह रात में आरोपित के घर में रुक जाती थी। इसका फायदा उठा आरोपित ने घर में कई बार उसके साथ दुष्कर्म किया। बड़ी बहन को उसने जानकारी दी, लेकिन बहन ने विश्वास नहीं किया। पुलिस के अनुसार, 30 जून को परसुडीह थाना क्षेत्र में एक व्यक्ति को पीड़िता रोती मिली। वह भूखी थी। उस व्यक्ति ने उसे थाने को सुपुर्द कर दिया। इसके बाद वह सोनारी चाइल्ड लाइन भेज दी गई। एक जुलाई को चाइल्ड लाइन ने जिला बाल कल्याण समिति के समक्ष उसे प्रस्तुत किया। तनाव में होने की वजह से पूछताछ में वह कुछ नहीं बता रही थी। अगले आदेश तक उसे चाइल्ड लाइन में रखने को कहा गया। काउंसिलिंग में पीड़िता ने दीदी और जीजा के साथ जाने से मना कर दिया। इसी बीच तबीयत खराब होने पर एमजीएम अस्पताल में उसकी सामान्य जांच कराई गई। जांच में खून की कमी पाई गई। स्वस्थ्य होने पर वह आनंदमार्ग आश्रम बिरसानगर भेज दी गई। 18 अगस्त को आश्रम ने सूचित किया कि उसकी तबीयत बिगड़ गई है। 19 अगस्त को मेडिकल जांच कराने को कहा गया। एमजीएम अस्पताल में दाखिल कराया गया। 20 अगस्त को मेडिकल रिपोर्ट से खुलासा हुआ कि वह गर्भवती है। पूछताछ में उसने बताया कि माणिक चंद्र दास उसके साथ दुष्कर्म करता था। तबीयत खराब होने पर आरोपित सफेद रंग की गोली खिलाता था। इसके बाद उसे नींद आ जाती थी। जागने पर उसे पता चलता था कि उसके साथ दुष्कर्म हुआ है। इस मामले को तह तक पहुंचाने में जिला बाल कल्याण समिति की पुष्पा रानी तिर्की, अधिवक्ता आलोक भास्कर, पवन कुमार, लक्खी दास और चाइल्ड लाइन की अर्चना घोष और सुनीता कुमारी की अहम भूमिका रही। मालूम हो कि बिरसानगर थाना क्षेत्र में भी इससे पूर्व एक मामला उजागर हो चुका है। 12 वर्षीय नाबालिग के साथ पड़ोसी ही दुष्कर्म करता रहा था। गर्भवती होने पर परिजन को जानकारी हुई थी। पीड़िता की मां ने हाईकोर्ट में अर्जी दाखिल कर बेटी के गर्भपात की गुहार लगाई थी। कोर्ट के आदेश के बाद 23 सप्ताह की गर्भवती का गर्भपात कराया गया था। आरोपित उदय गागराई अब भी जेल में है। घटना अगस्त 2017 की है। उधर, जुगसलाई थाना क्षेत्र में भी एक नाबालिग के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया है। पीड़िता के पिता की शिकायत पर आरोपित मो. अताउल्लाह मल्लिक के खिलाफ दुष्कर्म और पोस्को एक्ट का मामला दर्ज किया गया है। आरोपित पुलिस की गिरफ्त से दूर है। घटना 19 अगस्त की है। पुलिस को दी गई शिकायत में बताया गया कि आरोपित ने नाबालिग से गाली-गलौज, मारपीट की और दुष्कर्म किया।