जिहाद : कवरेज करने गए पत्रकारों की पिटाई

फिरोजपुर झिरका में प्रेम विवाह की खबरों और लड़की का सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने की घटना से नाराज फिरोजपुर झिरका शहर में धरना-प्रदर्शन कर रहे लोगों ने मीडियाकर्मियों को निशाना बनाया. भीड़ ने पत्रकारों पर दोपहर में जानलेवा हमला किया. दुकान में बैठे हुए पत्रकार को दुकान के भीतर से मारते-पीटते घसीट कर बाहर निकाला. बड़ी मुश्किल से साथी पत्रकारों ने पीटते हुए पत्रकार को छुड़ाकर अंदर कमरे में बंद कर दिया. तभी भीड़ दूसरे पत्रकार पर टूट पड़ी. भीड़ उनके पेन डायरी आदि भी छीन ले गई.
घटना की खबर लगते ही एसएचओ हरिसिंह और सिटी चौकी इंचार्ज जगदीश ने मौके पर पहुंचकर हालात को काबू में किया. उसके बाद पत्रकार अपनी जान बचाकर वहां से निकल सके. घटना का शिकार हुए पत्रकारों ने फिरोजपुर झिरका पुलिस को मामले की शिकायत दे दी है. इस बीच गांव के लोगों ने शहर को दूध की सप्लाई बंद कर दी. विवाद कम होने की बजाय बढ़ता जा रहा है. एक समुदाय की लड़की को विशेष समुदाय का शादीशुदा युवक गत 14 अगस्त को लेकर फरार हुआ था.
इस जोड़े ने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में गत 17 अगस्त को शादी रचा ली थी. उसके बाद से ही लोगों ने न केवल शहर को बंद कर दिया बल्कि राष्ट्रीय राजमार्ग 248 ए को भी सोमवार को करीब 11 घंटे जाम रखा. शाम होते-होते पुलिस में भीड़ में हल्की झड़प की नौबत तक भी आ गई. इसी विवाद को लेकर बुधवार को तीसरे दिन फिरोजपुर झिरका का बाजार पूरी तरह बंद रहा. इसी की कवरेज करने गए पत्रकारों पर भीड़ ने भड़ास निकाली. पत्रकारों के कपड़े तक फाड़ दिए गए. भीड़ लड़की को वापस लाने की मांग कर रही है.
दूसरी तरफ बुधवार को तिगरा गांव में मुस्लिम समाज की पंचायत हुई , लेकिन पंचों में सहमति नहीं बन पाने की सूरत में बिना नतीजे के पंचायत समाप्त हो गई. उसके बाद कामेड़ा गांव में दोबारा मुस्लिम समाज के मौजिज लोगों की बात हुई. बिना कोई फैसला लिए पंचायत एसडीएम रीगन कुमार के कार्यालय पहुंची. एसडीएम रीगन कुमार और डीएसपी अनिल कुमार फिरोजपुर झिरका डीएसपी अशोक कुमार पुन्हाना की मौजूदगी में घंटों बातचीत हुई और अधिकारी व पंचायत प्रतिनिधि लाल कुआं चौक पर धरना-प्रदर्शन कर रहे लोगों के पास पहुंचे. घटना पर कोई अधिकारी व पंचायत प्रतिनिधि खुलकर बोलने से बच रहे हैं.
एसएचओ फिरोजपुर झिरका हरी सिंह ने कहा कि पहले एफआईआर दर्ज की हुई है. वीडियो वायरल होने के बाद एक और शिकायत लड़की पक्ष की तरफ से मिली है. जिसमें सोशल मीडिया पर मामले को वायरल करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है. पुलिस मामले की तहकीकात में जुटी है. पुलिस के करीब 300 जवान शहर की हर हरकत पर नजर रख रहे हैं. अब तो हालात यह हो चले कि डॉक्टर इलाज नहीं कर रहे. पत्रकारों में इस घटना को लेकर नाराजगी है.