सभी अग्रवाल राम के वंशज-छत्तीसगढ़ HC वकील, SC में दाखिल किया शपथपत्र

नई दिल्ली/रायपुर
छत्तीसगढ़ HC के वकील हनुमान प्रसाद अग्रवाल ने उच्चतम न्यायालय में शपथ पत्र दाखिल किया है। जिसमें उन्होंने दावा करते हुए खुद को भगवान राम का वंशज बताया है। हनुमान ने कहा कि हाल ही में शीर्ष अदालत ने भगवान राम के वंशजों के बारे में पूछा था। इसके बारे में पता लगाने को लेकर मैंने इंटरनेट से प्रमाण जुटाए और उसके बाद शपथ पत्र दाखिल किया।
हनुमान छत्तीसगढ़ के बिलासपुर के देवरीखुर्द के रहने वाले हैं। उन्होंने अग्र भागवत का जिक्र करते हुए कहा कि भगवान राम के बेटे कुश की 34वीं पीढ़ी में अग्रवाल समाज के पूर्वज महाराजा अग्रसेन का जन्म हुआ था। अग्रवाल समाज के सभी लोग महाराज अग्रसेन के बेटे और भगवान राम के वंशज हैं। महाराज अग्रसेन का इतिहास 5189 वर्ष पुराना है। उन्होंने रामजन्म भूमि विवाद में इस तथ्य को शामिल करने की मांग की है। हनुमान ने दावा किया है कि अग्र भागवत महाभारत काल में लिखा गया था। ग्रंथ में एक जगह जिक्र किया गया है कि परीक्षित के पुत्र जन्मेजय ने नागों की हत्या के पाप से मुक्ति पाने के लिए अग्र भागवत कथा को सुना था। जिसके बाद उन्हें नागों की हत्या के दोष से मुक्ति मिल गई थी। दावा है कि इस ग्रंथ को वेद व्यास ने ही लिखा है। SC ने राजनीतिक रूप से संवेदनशील राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद में शामिल पक्षों में से एक राम लला विराजमान से बीते पूछा था कि क्या रघुवंश (भगवान राम के वंशज) में से कोई भी अयोध्या में रह रहा है क्या? मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय पीठ के न्यायाधीशों ने राम लला विराजमान की तरफ से पेश हुए अधिवक्ता के पराशरन के सामने यह सवाल रखा था। प्रसाद से पहले जयपुर और मेवाड़ राजघराने के अलावा कई अन्य लोग भी भगवान राम के वंशज होने का दावा कर चुके हैं।