मुंबईः पालघर स्टेशन पर मृतकों को मिलेगा ‘सम्मान’

पालघर
दुनियाभर में सबसे ज्यादा पटरी पर हादसे मुंबई में होते हैं। रोजाना औसतन दस लोगों की मौत हो जाती है। हादसे के बाद शवों को रेलवे स्टेशन से अस्पताल पहुंचाने या रखने के लिए कोई उचित व्यवस्था नहीं है, लेकिन पालघर जीआरपी ने मृतक को सम्मान देने की नीयत से वातानुकूलित स्टोरेज का प्रबंध किया है। इस स्टोरेज में शव को कुछ दिनों तक रखा जा सकता है, और लाश भी नहीं सड़ती है।
पालघर रेलवे पुलिस मुंबई जीआरपी का ऐसा पहला स्टेशन होगा, जहां शव को रखने के लिए वातानुकूलित स्टोरेज का प्रबंध किया गया हो। रेलवे एक्टिविस्ट भावेश पटेल के मुताबिक रेलवे हादसों के शिकार लोगों की लाश की शिनाख्त के बाद कई महीनों तक भी परिजनों का इंतजार करना पड़ता है। ऐसे में शव गृहों में रखीं लाशें सड़ जाती हैं। पालघर जीआरपी के क्षेत्राधिकार में 9 स्टेशन आते हैं। इस एसी स्टोरेज से इन सभी स्टेशनों को सर्विस मिलेगी।
भावेश पटेल ने बताया कि मुंबई में रेलवे हादसों के शिकार होने वाले लोगों पर एक सेमिनार हुआ था। इसमें रॉटरी क्लब के अलावा कई लोग थे। इस दौरान जब शवों के सड़ने की बात हुई, तब लोग भावुक हो गए। उस दौरान लोगों ने प्रतिज्ञा ली कि वातानुकूलित स्टोरेज की व्यवस्था की जाएगी, ताकि मृतक को भी सम्मान मिल सके। जीआरपी ने बताया कि पालघर में लाश रखना सामाजिक समस्या बन जाती है, इसलिए सबसे पहले यहीं व्यवस्था की गई। पटेल ने बताया कि लोगों की मदद से कर्जत और पनवेल स्टेशन पर जल्द ही यह व्यवस्था होगी। उसके बाद धीरे-धीरे मुंबई के सभी स्टेशनों में ऐसी व्यवस्था की जाएगी।