नागरिकता संशोधन विधेयक: शिवसेना के वॉकआउट से कांग्रेस नाराज..?

शिवसेना ने बुधवार को नागरिकता संशोधन विधेयक पर राज्यसभा में वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया और वॉकआउट कर दिया। लोकसभा में सेना के सांसदों ने बिल के समर्थन में वोट दिया था। कांग्रेस हाइकमान महाराष्ट्र में अपनी सहयोगी शिवसेना के इस स्टैंड से खुश नहीं बताया जा रहा है। सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने उद्धव ठाकरे से बात की है और दो टूक कहा है कि नागरिकता बिल जैसे मुद्दों पर पार्टी का स्टैंड भविष्य में गठबंधन को नुकसान पहुंचा सकता है। लोकसभा में शिवसेना के स्टैंड पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने इशारों-इशारों में नाराजगी जताई थी।
कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने लोकसभा में बिल के समर्थन में वोटिंग करने को लेकर शिवसेना से नाराजगी जाहिर की थी। तब कांग्रेस की ओर से स्पष्ट कहा गया कि शिवसेना का यह स्टैंड महाराष्ट्र में गठबंधन के लिए तय हुए कॉमन मिनिमम प्रोग्राम के खिलाफ है। कांग्रेस ने शिवसेना से निराशा जाहिर करते हुए कहा था कि गठबंधन के पार्टनर जहां आपस में सहमत नहीं होंगे, वहां फैसला लेने से पहले एक-दूसरे से चर्चा जरूर करेंगे।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, कांग्रेस ने महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे से सीधे तौर पर बिल का समर्थन लोकसभा में करने पर निराशा जताई थी। कांग्रेस की इस प्रतिक्रिया के बाद ही मंगलवार को उद्धव ने कहा था कि पार्टी के सांसदों ने स्पष्टता नहीं होने के कारण समर्थन में वोट किया। इसके बाद उम्मीद जताई जा रही थी कि शिवसेना अपने स्टैंड में बदलाव करेगी। हालांकि, राज्यसभा से वॉकआउट का फैसला भी कांग्रेस की नाराजगी को कम नहीं कर सका है।
मिली जानकारी के अनुसार, कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल शिवसेना के राज्यसभा में बिल के विरोध में वोट नहीं करने से निराश हैं। लोकसभा में ही शिवसेना के बिल के समर्थन में वोट करने के कारण कांग्रेस पार्टी काफी नाराज है। लोकसभा से बिल पास होने के बाद राहुल गांधी ने ट्वीट किया, नागरिकता संशोधन विधेयक भारतीय संविधान को चोट पहुंचानेवाला है। जो भी इसका समर्थन कर रहे हैं वह हमारे देश की नींव को चोट पहुंचाने का काम कर रहे हैं।