लोक शक्ति के आगे नहीं टिकेगा सुखबीर का अहंकार : सुखदेव ढींडसा

मोगा/बधनीकलां
शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल की गलत नीतियों और दखलअंदाजी के कारण जहां पार्टी का ग्राफ नीचे की ओर चला गया है, वहीं पंथक परंपराएं भी खत्म की जा रही हैं। इस कारण पंथक सिंद्धातों को मानने वाले अकाली नेता पार्टी को पुन:सिद्धांतों पर लाने के लिए आगे आने लगे हैं।
इसी कारण मार्च माह में बड़ी गिनती में अकाली नेता सुखबीर सिंह बादल का साथ छोड़कर एक प्लेटफार्म पर एकत्रित होंगे। यह बात राज्यसभा सदस्य सुखदेव सिंह ढींडसा ने निहालसिंह वाला की बधनीकलां में शिरोमणि कमेटी सदस्य जुगराज सिंह दौधर के नेतृत्व में आयोजित बैठक में जनसमूह को संबोधित करते कही।
उन्होंने कहा कि लोक शक्ति के आगे सुखबीर बादल का अहंकार नहीं टिकेगा क्योंकि जनता सबसे ऊपर है। जब पार्टी के प्रधान प्रकाश सिंह बादल होते थे तो समूचे फैसले कोर कमेटी के विचार-विमर्श के उपरांत लिए जाते थे, लेकिन अब सुखबीर पार्टी को एक कंपनी की तरह चला रहे है। उन्होंने आरोप लगाया कि शिरोमणि कमेटी के फंडों का दुरुपयोग हो रहा है। यहां तक आडिट में भी बड़े घपले हैं।
उन्होंने कहा कि टकसाली अकाली दल, अकाली दल 1920 व अन्य पार्टियों के नेता एस.जी.पी.सी. चुनाव एकजुटता से लड़ेंगे तथा इस चुनाव में वही उम्मीदवार होंगे जो अन्य कोई राजनीतिक चुनाव नहीं लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि 23 फरवरी का संगरूर जनसमूह यह बता देगा कि लोग किसके साथ हैं।