कोरोना वायरस के चलते बाबा रामदेव ने फूलों से जमकर खेली होली,

हरिद्वार
योगगुरु बाबा रामदेव ने गुलाब के फूलों से अपने भक्तों के साथ जमकर होली खेली। साथ ही देश दुनिया में कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए उन्होंने गुलाब के फूलों से होली खेलकर होली को सात्विक और प्राकृतिक ढंग से मनाने का संदेश भी दिया। दुनिया भर में कोरोना वायरस के खतरे के बीच योगगुरु ने अपने बाल सखा आचार्य बालकृष्ण और पतंजलि विवि. के छात्रों अपने सन्यासी शिष्यों के साथ फूलों से होली खेली। उन्होंने कहा कि गुलाब के फूलों से कोरोना का कोई खतरा नहीं है। इसी के चलते हमने आज भारतीय संस्कृति और परंपरा के अनुरूप गुलाब के फूलों से होली खेली।
बाबा रामदेव ने देशभर के लोगों को कहा कि वे चीन में बने केमिकल युक्त रंग गुलाल के बजाय प्राकृतिक रंग गुलाल के साथ होली खेली। उन्होंने कहा कि कोरोना से बचने के लिए मांसाहार, संक्रमित व्यक्ति, कोरोना से संक्रमित वातावरण से आए लोगों से दूरी बनाकर ही होली खेलनी होगी। ग्रामीण वातावरण में जहां विदेशियों का आवागमन कम होता है, वहां पर भी ग्रामीण प्राकृतिक तरीके से होली खेलें।
बता दें कि योगगुरु ने कहा कि हमने हुड़दंग से दूर भारतीय संस्कृति और परंपरा के अनुरूप गुलाब के फूलों से होली खेली। होली प्रेम, प्यार और सद्भाव का पर्व है। होली के मौके पर हम सब एक दूसरे को गले लगाकर नफरत की दीवार को तोड़ें। उन्होंने कहा कि मजहबी उन्माद, आतंकवाद जैसी बुराइयों को होली के रंग से दूर कर देश को आगे बढ़ाए।