कोरोना वायरस का केंद्र बन गया है पुणे

पुणे
महाराष्ट्र की सांस्कृतिक राजधानी पुणे में अब तक कोविड-19 (कोरोना) के 15 मामले पाए जाने से यह शहर इस खतरनाक बीमारी का केंद्र बन गया है। शाम तक पुणे महानगरपालिका की हद में सात एवं पुणे के ही उपनगर पिंपरी-चिंचवण में आठ मामले पाए जा चुके हैं। अब तक महाराष्ट्र में कोरोना के 32 मामलों की पहचान हो चुकी है। महाराष्ट्र में शनिवार रात तक 31 मामले पाए जा चुके थे। रविवार को औरंगाबाद में एक और व्यक्ति की पहचान हो चुकी है। पुणे के सभी 15 रोगियों का इलाज शहर के नायडू अस्पताल में चल रहा है।
पुणे के पड़ोसी जनपद अहमदनगर में भी एक रोगी की पहचान हो चुकी है। पुणे के विभागीय आयुक्त दीपक म्हैसकर ने विधान भवन परिसर में बुलाई गई समीक्षा बैठक के बाद कहा कि पुणे प्रशासन बड़े धैर्य से काम ले रहा है, और हर तरह से तैयार है।
पुणे के जिलाधिकारी नवल किशोर राम के अनुसार पुणे के सभी सरकारी विभाग अपने-अपने स्तर पर मुस्तैद हैं, और सभी को उनकी जिम्मेदारियों से अवगत करा दिया गया है। बता दें कि पुणे में कोरोना पीड़ित रोगियों की संख्या अधिक होने का कारण फरवरी के अंतिम सप्ताह में यहां विदेशयात्रा से लौटे लोगों का कोरोना पीड़ित होना बताया जा रहा है।
मुंबई में अब तक पांच, तथा नई मुंबई, ठाणे, कल्याण एवं कमोठे में एक-एक मरीज पाया जा चुका है। दुनिया के सर्वाधिक भीड़भाड़ वाले शहरों में से एक मुंबई में पांच रोगियों के पाए जाने के साथ ही राज्य सरकार ने सावधानी बरतनी शुरू कर दी है। पूरे राज्य के सिनेमाघर, नाट्यगृह, जिम एवं स्वीमिंग पूल बंद करने का आदेश सरकार पहले ही दे चुकी है। आज इंडियन मोशन पिक्चर्स प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन (इम्पा) ने 19 से 31 मार्च तक सभी फिल्मों एवं टेलीविजन धारावाहिकों की शूटिंग भी बंद रखने का फैसला किया है।
नागपुर में कोरोनाग्रस्त रोगियों के अस्पताल से भाग जाने की घटना के बाद से सरकार एवं अस्पताल प्रशासन और सचेत हो गए हैं। कोरोनाग्रस्त रोगी किसी और के संपर्क में न आने पाएं, इसका पूरा ख्याल अस्पताल प्रशासन की ओर से रखने के निर्देश जारी किए गए हैं। राज्य में बढ़ते कोरोना के प्रभाव को देखते हुए एमपीएससी की परीक्षाएं अगले आदेश तक टाल दी गई हैं।