दोपहर बाद नहीं टिक पाती सेना

लेह के चीन सीमा क्षेत्र में गलवां घाटी की तरह ही उत्तराखंड के चमोली से लगी बाड़ाहोती घाटी भी विषम भौगोलिक परिस्थितियों से भरी है। यहां दोपहर बाद चक्रवात चलता है। सुबह से दोपहर तक इस विवादित बाड़ाहोती क्षेत्र के दोनों ओर भारत और चीन की सेना पेट्रोलिंग करती है लेकिन दोपहर बाद चक्रवात के कारण सेना अपने-अपने बेस कैंप की ओर लौट जाती है। यह क्षेत्र शीतकाल में छह माह तक बर्फ में ढका रहता है।
चमोली जिले के अंतिम नगर क्षेत्र जोशीमठ से आईटीबीपी की अंतिम रिमखिम चौकी करीब 105 किलोमीटर दूरी पर स्थित है। यहां से आगे नो मेंस लैंड बाड़ाहोती एरिया है। बाड़ाहोती चमोली जिले से लगता है, जबकि चीन इस पर अपना आधिपत्य जमाने की कोशिश में लगा है।