मैं गणेश शंकर विद्यार्थी, बटुकेश्वर दत्त हूं…कानपुर वाला
गैंगस्टर विकास दुबे का तो अंत हो गया लेकिन उसका एक वीडियो बहुत वायरल हो रहा है। जिसमें उज्जैन पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद व पुलिस वालों से कह रहा है… मैं विकास दुबे हूं…कानपुर वाला। इस वीडियो के माध्यम से सोशल मीडिया पर कानपुर की नकारात्मक छवि बनाने का भी बहुत लोग प्रयास कर रहे हैं। तो यह बताना जरूरी हो जाता है कि कानपुर की पहचान गुंडों से नहीं क्रांति के अग्रदूत और कलमकारों से रही है। नाना साहब पेशवा, अमर शहीद गणेश शंकर विद्यार्थी, बालकृष्ण शर्मा, नवीन हसरत मोहानी, बटुकेश्वर दत्त जैसे नायकों की धरती है। खलनायकों और गुंडों की यह कोई जगह नहीं।