नेपाल-भारत जैसी मैत्री संभव नहीं

आदि काल से भारत नेपाल के बीच के मैत्री संबंध सनातनी हैं। रोटी-बेटी, भौगोलिक परिवेश के अलावा सांस्कृतिक, धार्मिक, आध्यात्मिक रूप से जुड़ी मैत्री विश्व में और किसी देश के बीच नहीं है। आज भी नेपाल में सनातनी हिंदू कर्मकांड और पूजापाठ में संकल्प लेते समय जम्मू दीपे भारत खंडे को उच्चारित करते हैं।
आध्यात्मिक आधार पर भारत नेपाल जम्मूदीप के ही खंड रहे हैं। हाल में नेपाल की ओली सरकार की चीन के साथ की नजदीकियां दोनों देशों की मैत्री को डिगा नहीं सकती हैं। विस्तारवादी सोच वाले चीन के साथ नेपाल के रिश्ते भारत की तरह मजबूत होना असंभव हैं, यह बात जितनी जल्दी नेपाल की वर्तमान सरकार समझ जाए, उसके लिए अच्छा होगा।
विश्व के मानचित्र में भारत-नेपाल भले ही दो राष्ट्र हों लेकिन इनकी मैत्री आज भी बेमिसाल है। दोनों देश भगवान शिव और राम को मानने वाले हैं। भारत नेपाल के बीच नागरिकों का आवागमन प्रगाढ़ मैत्री संबंधों के कारण बिना पासपोर्ट संभव है।