क्रिसिल: कोरोना से प्रभावित आर्थिक गतिविधियां

कोविड-19 की दूसरी लहर से प्रभावित आर्थिक गतिविधियों के कारण चालू वित्त वर्ष की जून तिमाही में घरेलू कंपनियों की आय इससे ठीक पिछली तिमाही की तुलना में आठ से 10 फीसदी घटकर 7.3 लाख करोड़ रुपये रह सकती है। इस तरह पिछली तिमाही के आधार पर इनके परिचालन लाभ में भी छह से आठ फीसदी की गिरावट रहने का अनुमान है। हालांकि सालाना आधार पर परिचालन लाभ 65 फीसदी अधिक हो सकता है क्योंकि पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में गतिविधियां देश व्यापी कठोर पाबंदियों से बहुत अधिक प्रभावित हुई थीं।
वार्षिक आधार पर 50 फीसदी तक रहेगी भारतीय कंपनियों की आय में वृद्धि
रेटिंग एजेंसी क्रिसिल ने पहली तिमाही के वित्तीय नतीजों की घोषणा से पहले कंपनी जगत के आय संबंधी अपने अनुमानों में कहा है कि भारतीय कंपनियों की आय में वृद्धि वार्षिक आधार पर 45 से 50 फीसदी रहेगी। यह उछाल तुलनात्मक आधार निम्न होने के कारण दिखेगा।
टीसीएस के साथ हुई परिणामों की घोषणा की शुरुआत
परिणामों की घोषणा की शुरुआत सॉफ्टवेयर निर्यातक टीसीएस के साथ शुरू हो चुकी है। सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनी टीसीएस ने कहा कि भले ही पहली तिमाही में उसका कुल राजस्व 18.5 फीसदी बढ़कर 45,411 करोड़ रुपये हो गया और शुद्ध लाभ 28.5 फीसदी बढ़कर 9,008 करोड़ रुपये रहा पर उसका घरेलू राजस्व 350 करोड़ रुपये घट गया।
इसलिए घट सकती है घरेलू कंपनियों की आय
क्रिसिल ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में घरेलू कंपनियों की आय पिछली तिमाही की तुलना में आठ से दस फीसदी घटकर 7.3 लाख करोड़ रह सकती हैं। इसका कारण सुख सुविधा की वाली चीजों जैसे वाहन आदि की बिक्री में लॉकडाउन के कारण गिरावट आना है। रिपोर्ट में कहा गया कि सालाना आधार पर भारतीय कंपनियों की आय 45 से 50 फीसदी बढ़ सकती है। यह उछाल निम्न आधार के साथ तुलना के कारण दिखेगा। यदि जिंस क्षेत्र की आय को निकाल दें तो सालाना आधार पर आय में वृद्धि 37 से 40 फीसदी तक ही दिखेगी।