संयुक्त राष्ट्र में भारत: तिरुमूर्ति

संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने कहा कि 1993 में मुंबई में हुए बम धमाकों के जिम्मेदारों को पाकिस्तान की सरकार ने न केवल संरक्षण दिया, बल्कि उन्हें पांच सितारा होटल में रुकवाया गया। वहां उनका आतिथ्य किया गया। यह वही पाकिस्तान है, जिस पर आरोप है कि उसने डी-कंपनी के दाऊद इब्राहिम को छिपा कर रखा है।
वैश्विक आतंकवाद रोधी परिषद द्वारा ‘आतंकवाद के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में उन्होंने कहा कि आतंकवाद और अंतरराष्ट्रीय संगठित अपराध के बीच संबंधों को पूरी तरह से पहचाने जाने की आवश्यकता है और उनसे सख्ती से निपटना चाहिए।
तिरुमूर्ति ने कहा कि अगस्त, 2020 में पहली बार पाकिस्तान ने स्वीकार किया था कि दाऊद इब्राहिम उनके यहां मौजूद है। ऐसा तब हुआ था जब सरकार ने 88 प्रतिबंधित आतंकी संगठनों व उनके नेताओं पर व्यापक प्रतिबंध लगाए थे। उन्होंने कहा कि अपने राजनीतिक, धार्मिक एवं अन्य मकसदों के चलते आतंकवाद का वर्गीकरण करने की संयुक्त राष्ट्र के कई सदस्यों की प्रवृत्ति ‘खतरनाक’ है। यह प्रवृत्ति दुनिया को 11 सितंबर, 2001 को अमेरिका में हुए हमलों से पहले की उस स्थिति में ले जाएगी, जब ‘आपके आतंकवादी’ और ‘मेरे आतंकवादी’ के रूप में आतंकवादियों का वर्गीकरण किया जाता था।