यूक्रेन युद्ध ने बढ़ाई महंगाई

रेशनलाइज्ड होम लोन नियमों को 31 मार्च, 2023 तक बढ़ा दिया गया है। अक्तूबर, 2020 में कोविड-19 से निपटने के लिए होम लोन को सुसंगत बनाने के लिए कदम उठाए गए थे। इसके तहत लोन के जोखिम को कम करने के लिए इसे सिर्फ कर्ज के मूल्य (एलटीवी) अनुपात से जोड़ दिया गया था। यह सुविधा 31 मार्च, 2022 तक स्वीकृत सभी होम लोन के लिए थी।
यूक्रेन युद्ध की वजह से बढ़ रही महंगाई से अगले तीन महीने तक राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही के बाद ही थोड़ी राहत मिल सकती है। इसके बावजूद 2022-23 में खुदरा महंगाई पहले के 4.5% के अनुमान से बढ़कर 5.7% रह सकती है।
पहली तिमाही में यह 6.3 फीसदी रह सकती है। दूसरी तिमाही में इसके घटकर 5 फीसदी, तीसरी तिमाही में 5.4% और चौथी तिमाही में 5.1% रहने का अनुमान है। लगातार तीन तिमाहियों से महंगाई दर आरबीआई के ऊपरी दायरे 6% से अधिक बनी हुई है।