वित्त वर्ष 2022 में हुआ रिकॉर्ड कर संग्रह

सरकार के लिए शुक्रवार को एक राहत भरी खबर आई। दरअसल, 31 मार्च को समाप्त हुए वित्तीय वर्ष में भारत का कर संग्रह (टैक्स कलेक्शन) 27.07 लाख करोड़ रुपये के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया। आय और अन्य प्रत्यक्ष करों के साथ-साथ अप्रत्यक्ष करों में बढ़ोतरी से ये बड़ा इजाफा हुआ है।
देश का कुल कर संग्रह 2021-22 में 34 फीसदी बढ़कर 27.07 लाख करोड़ रहा। यह आंकड़ा बजट में लगाए गए 22.17 लाख करोड़ के अनुमान की तुलना में 5 लाख करोड़ ज्यादा है। यह पैसा आय, कॉरपोरेट टैक्स, सीमा शुल्क व जीएसटी के जरिये मिला है। यह 1999 के बाद 23 वर्षों में जीडीपी के अनुपात में सबसे ज्यादा संग्रह है।
राजस्व सचिव तरुण बजाज ने बताया कि जीडीपी के अनुपात में कर संग्रह 11.7 फीसदी रहा है। 2020-21 में यह 10.3% था। इस दौरान सरकार को कर से 20.27 लाख करोड़ की कमाई हुई थी। आंकड़ों के मुताबिक, पिछले वित्तवर्ष में प्रत्यक्ष कर 49% बढ़कर 14.10 लाख करोड़, कॉरपोरेट टैक्स 56.1% बढ़कर 8.58 लाख करोड़ और व्यक्तिगत कर 43% बढ़कर 7.49 लाख करोड़ रुपये रहा।