ब्रिटेन ने अनुच्छेद 370 के हटने पर जताई आपत्ति

लंदन
देश पर दो सौ साल तक राज करने वाले ब्रिटेन ने अनुच्छेद 370 को हटाने संबंधी फैसले पर आपत्ति जाहिर की है। यहां पर ब्रिटिश सांसद बंटी हुई दिखाई दी। गौरतलब है कि भारत ने जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 संबंधी ज्यादातर प्रावधानों को समाप्त कर दिया है। इसके साथ राज्य को दो केन्द्र शासित प्रदेशों जम्मू -कश्मीर और लद्दाख में बांटने का प्रस्ताव पेश किया था। इस मुद्दे पर ब्रिटिश सांसदों ने गंभीर चिंता व्यक्त की है। वहीं कुछ समर्थन किया है। विदेश और राष्ट्रमंडल कार्यालय (एफसीओ) के एक प्रवक्ता ने कहा कि वे घटनाक्रम पर बारीकी से गौर कर रहे हैं और स्थिति को शांत बनाये रखने का आह्वान करते है। कश्मीर पर ब्रिटेन के ‘ऑल पार्टी पार्लियामेंट्री ग्रुप” (एपीपीजी) ने ब्रिटेन के विदेश मंत्री डॉमिनिक राब को मानवाधिकारों की चिंताओं को लेकर एक पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने पूछा है कि क्या ब्रिटेन सितंबर में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में इस मुद्दे को उठाएगा। विपक्षी लेबर पार्टी की सांसद और कश्मीर पर एपीपीजी की अध्यक्ष डेबी अब्राहम ने एक पत्र लिखकर इस पर चिंता जाहिर की है। अनुच्छेद 370 को हटाने संबंधी भारत सरकार द्वारा लिया गया एकतरफा निर्णय जम्मू कश्मीर के लोगों के विश्वास के साथ धोखा है। उन्होंने चेताया कि इससे क्षेत्र में तनाव और बढ़ सकता है। यह अंतरराष्ट्रीय कानून का भी उल्लंघन करता है।