लाखों लोगों की नौकरियों पर मंडराया संकट

नई दिल्ली
ऑटो, रियल एस्टेट और एफएमसीजी सेक्टर के बाद अब देश के कताई उद्योग में भी मंदी की मार दिखने लगी है। इससे इस उद्योग में काम करने वाले लाखों लोगों पर नौकरी का संकट खड़ा हो गया है। नॉर्दर्न इंडिया टेक्सटाइल मिल्स एसोसिएशन के अनुसार, कताई उद्योग खेती के बाद रोजगार देने वाला सबसे बड़ा सेक्टर है। लेकिन अब जीएसटी व अन्य करों की वजह से यह उद्योग अब तक के अपने सबसे बड़े संकट से गुजर रहा है। देश की करीब एक-तहाई कताई मिलें बंद हो चुकी हैं। थोड़ी बहुत जो चल रही हैं वो भारी घाटे का सामना कर रही हैं। आलम ये है कि अब लाखों लोगों की नौकरियों पर खतरे का बादल मंडराने लगा है। टेक्सटाइल इंडस्ट्री में 10 करोड़ लोगों को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष तरीके से रोजगार मिला हुआ है। जहां पहले भारतीय मिलें तैयार कपड़े के यार्न को विदेश में बड़े पैमाने पर निर्यात करती थीं, वहीं इस वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 34.6 फीसदी की कमी देखने को मिली थी। जून के महीने में यह आंकड़ा बढ़कर के 50 फीसदी हो गया है।