आयुष्मान भारत योजना में होने जा रहे कई बदलाव, बंद होगी मोतियाबिंद ऑपरेशन की सुविधा

नई दिल्ली
मोदी सरकार की जन आरोग्य योजना (आयुष्मान भारत) के तहत देश के गरीब लोगों को कई सौगातें मिल सकती हैं। राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण जल्द ही आयुष्मान योजना के तहत कैंसर का इलाज और घुटना बदलवाने जैसी प्रमुख सर्जरी की सुविधा मुहैया करा सकता है।बता दें कि योजना के तहत देश के 10 करोड़ परिवारों को सालाना 5 लाख रुपए का स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध कराया जा रहा है।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण ने आयुष्मान भारत योजना के तहत दिए जाने वाले 1300 मेडिकल पैकेज की समीक्षा के लिए नीति आयोग के सदस्य प्रोफेसर विनोद के पॉल के नेतृत्व में एक कमेटी का गठन किया था। इस कमेटी में स्वास्थ्य सचिव और आयुष्मान भारत के सीईओ भी शामिल हैं। कमेटी ने अब अपनी रिपोर्ट को अंतिम रूप दे दिया है। कमेटी की सिफारिशों के अनुसार, आयुष्मान भारत योजना के तहत कैंसर केयर और इम्प्लांट सर्जरी जैसी सुविधाएं भी लाभार्थियों को दी जा सकती हैं। कमेटी ने इलाज के बदले अस्पतालों को किए जाने वाले भुगतान में भी बदलाव की सिफारिश की है। कमेटी की ओर से तैयार की गई सिफारिशों को 11 सितंबर को राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण की गवर्निंग बॉडी की बैठक में रखा जाएगा। इस बैठक में ही इन सिफारिशों पर अंतिम फैसला होगा।
कमेटी ने योजना के तहत उपलब्ध कराई जा रही मोतियाबिंद ऑपरेशन की सुविधा को बंद करने का फैसला किया है। कमेटी का कहना है कि आयुष्मान भारत के तहत स्वास्थ्य सुविधाएं लेने वालों को दोहरे लाभ से रोकने के लिए कोई सिस्टम नहीं है। जबकि अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं के तहत भी मोतियाबिंद ऑपरेशन की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। ऐसे में आयुष्मान भारत के तहत मोतियाबिंद ऑपरेशन की सुविधा बंद की जाए। आपको बता दें कि राष्ट्रीय अंधता निवारण कार्यक्रम के तहत सरकार मुफ्त मोतियाबिंद ऑपरेशन की सुविधा प्रदान कर रही है।